इंदौर -
इंदौर में बुधवार को घर के आंगन में बनी हौज (पानी की टंकी) में 8 माह की बच्ची का शव मिला। देर रात तक पुलिस ने बच्ची की मां से पूछताछ की। सख्ती दिखाने पर मां वर्षा चौहान ने कबूल लिया कि उसने ही बच्ची की हत्या की है। उसने बताया कि सास बेटी को गोद में लेने नहीं देती थी, इसलिए उसे मार डाला।
द्वारकापुरी के प्रजापत नगर की रहने वाली आरोपी वर्षा चौहान ने पुलिस को बताया कि उसने बच्ची को हौज में डूबोकर मार डाला। इसके बाद हौज का ढक्कन बंद कर ऊपर पानी की मोटर रख दी, ताकि किसी को शक न हो। फिर खुद ही शोर मचाकर बच्ची के गायब होने की बात कही।
सात दिन पहले भी मायरा को पटका था
जांच में सामने आया कि वर्षा की मानसिक स्थिति पिछले कुछ समय से ठीक नहीं है। परिजनों ने बताया कि एक हफ्ते पहले भी वर्षा ने बच्ची को जमीन पर पटक दिया था। वो इस बात से नाराज थी कि सास ने उसे मायरा को गोद में देने से मना कर दिया था।
बीमारी की वजह से टूटी पहली शादी
वर्षा की ये दूसरी शादी है। उसकी पहली शादी बड़ोद गांव में हुई थी, जहां उसकी ढाई साल की एक बेटी भी है। सालों से उसे भूलने की आदत है। साथ ही गुस्सा भी बहुत आता है। इस वजह से पहले पति से उसके झगड़े होते रहे और आखिरकार ससुराल वालों ने उससे रिश्ता खत्म कर लिया।
फिर वर्षा की शादी अविनाश से हुई, लेकिन उसके गुस्से की वजह से हालात ठीक नहीं रहे। खासकर जब मायरा का जन्म हुआ, तो सास ने बच्ची को उससे दूर रखना शुरू कर दिया। इस बात को लेकर सास और वर्षा के बीच अक्सर झगड़े होते थे। कई बार वह गुस्से में घर का सामान भी फेंक देती थी। आस-पड़ोस के लोग भी उसकी हरकतों से परेशान थे।
मां वर्षा के पास ही बिस्तर पर थी मायरा
बच्ची के पिता अविनाश चौहान रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करते हैं। अविनाश ने पुलिस को बताया कि सुबह वह बाथरूम में थे। उस वक्त मायरा अपनी मां वर्षा के पास ही बिस्तर पर थी। थोड़ी देर बाद वर्षा अचानक चिल्लाने लगी कि बच्ची नहीं मिल रही है।
परिजनों और पड़ोसियों ने घर और आसपास के इलाके में बच्ची को ढूंढा। बाद में जब आंगन में बनी हौज का ढक्कन हटाया गया, तो अंदर मायरा का शव पड़ा था।