श्रीनगर -
पीएम मोदी शुक्रवार सुबह 11 बजे जम्मू में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज को देखने के लिए पहुंचे। यहां वे करीब आधा घंटा रहे। पीएम इस दौरान रेलवे के अफसरों और ब्रिज बनाने वाले कर्मचारियों से मुलाकात की। यहां वे कुछ देर में आर्च ब्रिज और केबल स्टे अंजी पुल का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद पीएम कटरा रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे और कश्मीर को देश के बाकी हिस्से से जोड़ने वाली कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा 46 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के अन्य डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वे कटरा स्टेडियम में एक जनसभा भी करेंगे।
वंदे भारत ट्रेन कल से शुरू होगी
नॉर्दर्न रेलवे 7 जून से कटरा-श्रीनगर रूट पर वंदे भारत ट्रेन सर्विस शुरू कर देगी। IRCTC की वेबसाइट पर टिकट बुकिंग की जा सकेगी। हफ्ते में 6 दिन दो ट्रेनें कटरा और श्रीनगर के बीच चलेंगी।
नॉर्दर्न रेलवे ने बताया कि ट्रेन में दो ट्रैवल क्लास हैं। चेयरकार का किराया 715 रुपए और एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1320 रुपए है। अभी ट्रेनें सिर्फ बनिहाल में रुकेंगी, अन्य स्टॉपेज पर फैसला बाद में होगा।
10 घंटे का सफर करीब 3 घंटे में पूरा होगा
आजादी के 77 साल बाद भी कश्मीर बर्फबारी के सीजन में देश के दूसरे हिस्सों से कट जाता है। नेशनल हाईवे-44 बंद होने से घाटी जाने का बंद हो जाता है। इसके अलावा भी सड़क के रास्ते जम्मू से कश्मीर जाने में 8 से 10 घंटे का समय लग जाता था। ट्रेन शुरू होने से यह सफर करीब तीन घंटे में पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर में भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज अंजी पुल और दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज चेनाब पुल का उद्घाटन करेंगे।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'हकीकत यह है कि शासन में हमेशा निरंतरता होती है... खासतौर पर जहां पर संरचनात्मक परियोजनाओं का सवाल है, जिसमें भू-वैज्ञानिक, भौगोलिक, सुरक्षा और राजनीतिक तौर पर बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है वहां पर शासन में निरंतरता का विशेष महत्व है। यह जो 'उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला परियोजना' है, मार्च 1995 में नरसिम्हा राव के प्रधानमंत्री रहते इसे मंजूरी दी गई थी। मार्च 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया गया था। बारामूला से लेकर श्रीनगर, श्रीनगर से लेकर अनंतनाग, अनंतनागसे काजीगुंड और काजीगुंड से लेकर बनिहाल तक इस योजना का उद्घाटन 2014 से पहले ही कर लिया गया था। 272 किमी में से 160 किलोमीटर ट्रैक का उद्घाटन 2014 से पहले हो गया था। चिनाब पुल एक प्रतिष्ठित पुल है। हम भारतीय रेल को बधाई देना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए य ब्रिज बहुत महत्व रखता है और भारतीय रेल के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री को याद दिलाना चाहती है कि उन्हें शासन में निरंतरता को स्वीकारना चाहिए। इससे पहले की सरकारों ने भी काम किए गए हैं, प्रधानमंत्री उनका श्रेय लेने में बहुत आगे हैं। इसमें उनका कोई मुकाबला नहीं है।'