नीमच | राष्ट्रीय बीज मसाला अनुसंधान केंद्र (ICAR–NRCSS), अजमेर, राजस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा आज दिनांक 07.10.2025 को कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) नीमच के सहयोग से मेथी और कलौंजी फसलों पर फ्रंट लाइन डेमोंस्ट्रेशन (FLD) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के प्रगतिशील किसानों को इन दोनों फसलों की उन्नत किस्मों — ‘अजमेर मेथी-5’ तथा ‘अजमेर कलौंजी-20’ — के बीज वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान किसानों को बीज के साथ ट्राइकोडर्मा पाउडर (बीज उपचार हेतु) तथा मेथी और कलौंजी की उन्नत उत्पादन तकनीकों से संबंधित जानकारीपूर्ण लीफलेट्स भी वितरित किए गए। इस अवसर पर KVK नीमच के प्रमुख डॉ. सी.पी. पचौरी, वैज्ञानिक डॉ. पी.एस. नारुका और डॉ. श्याम सिंह, तथा ICAR–NRCSS अजमेर से आए वैज्ञानिक डॉ. एम.डी. मीणा और डॉ. संजय कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. एम.डी. मीणा और डॉ. संजय कुमार ने किसानों को मेथी और कलौंजी की उन्नत उत्पादन तकनीकों, बीज उपचार, पोषक प्रबंधन और रोग नियंत्रण संबंधी वैज्ञानिक जानकारी विस्तार से प्रदान की। उन्होंने किसानों को बीज मसाला फसलों की खेती को लाभकारी व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. सी.पी. पचौरी, प्रमुख, KVK नीमच ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों को बीज मसाला फसलों की खेती वैज्ञानिक पद्धति से करनी चाहिए ताकि उत्पादन एवं गुणवत्ता दोनों में सुधार हो सके। उन्होंने बताया कि KVK और NRCSS मिलकर किसानों को समय-समय पर तकनीकी सहयोग प्रदान करते रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में किसानों ने वैज्ञानिकों से विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की और नई तकनीकों को अपने खेतों में अपनाने का संकल्प लिया।