जब भी विशाल समागमों व दिव्य भंडारों का विषय आता है, तब संत रामपाल जी महाराज जी व उनके अनुयायियों द्वारा बड़े ही हर्ष के साथ मनाएं गए समागमों व दिव्य भंडारों की चर्चा हमेशा जगत समाज में चर्चा का विषय बनी रहती है l ऐसा ही एक दिव्य धर्म भंडारा अभी नवंबर माह में आयोजित किया जा रहा है। जब पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी आज से 600 वर्ष पूर्व इस धरती पर प्रकट हुए तथा लोगों को सतभक्ति देकर अनेकों सुख प्रदान किए थे। तब परमेश्वर को हम जीवात्माओं के समक्ष स्वयं परमेश्वर सिद्ध करने के लिए अनेकों लीलाएं व चमत्कार करने पड़े। विक्रमीं संवत 1570 (सन 1513) में परमेश्वर कबीर साहेब जी ने काशी (उ•प्र•) में 18 लाख साधु संतों को भंडारा करवाया था जो 3 दिन तक कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष को प्रारंभ होकर मंगसर (माघशीर्ष) की कृष्ण पक्ष एकम(प्रथमा) को सम्पन्न हुआ था। तब केशव बंजारे का रुप बदलकर आए कबीर परमेश्वर जी ने 18 लाख महात्माओं को विश्वविख्यात काशी नगर में चौबीसों घण्टे मोहन धार्मिक भंडारा कराया था। इसी उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में तीन दिवसीय अद्भुत भंडारे का आयोजन(दिव्य धर्म यज्ञ दिवस) RTO के पास स्थित सतलोक आश्रम उड़दन,बैतूल में किया जा रहा है।
इस दिव्य धर्म यज्ञ दिवस की तैयारिया जोरों शोरों से प्रारंभ हो चुकी है। तीन दिवसीय विशाल भंडारे के साथ नि:शुल्क नाम दीक्षा शिविर, रक्तदान शिविर, देहदान शिविर,दहेज मुक्त सामूहिक विवाह,संत गरीबदास जी महाराज जी की अमरवाणी के अखंड पाठ व आध्यात्मिक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जा रहा है।
सतलोक आश्रम उड़दन सहित देश के 11 सतलोक आश्रमों में दिनांक 4, 5 और 6 नवंबर को यह समागम आयोजित किया जाएगा जिसमें रोज लाखों श्रद्धालुओ का आवागमन होगा
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के पावन सानिध्य में होने वाले इस अद्भुत कार्यक्रम में संपूर्ण विश्व को सम्मिलित होने का न्यौता निमंत्रण पत्र व सोशल मीडिया के माध्यम से दिया जा रहा हैं। इच्छुक श्रद्धालु अपने नजदीकी सतलोक आश्रम में उपस्थित होकर इस दिव्य धर्म यज्ञ का लाभ उठा सकते है।
यह कार्यक्रम 4 नवंबर से प्रारंभ होकर 6 नवंबर 2025 तक तीन दिनों तक चलेगा। जिसके दौरान 24सो घंटे अखंड भंडारा व सदग्रंथ साहिब (अमर ग्रंथ) की वाणीयों का अखंड पाठ किया जाएगा। इस तीन दिवसीय विशाल धर्म भंडारे में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओ की भीड़ जुटने का अनुमान लगाया जा रहा है l जिनकी व्यवस्था के लिए आश्रमों में तैयारी अभी से ही प्रारंभ कर दी गई है। समागम में उपस्थित होने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने–पीने, नहाने–धोने, व रुकने की पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही है। समागम में आने वाली संगत के बैठने के लिए विशालकाय पांडाल लगाए गए है, मोबाइल चार्जिंग से लेकर जूते - चप्पलों को रखने के लिए भी अलग व्यवस्था की गई है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भंडारे में देशी घी से निर्मित लड्डू, जलेबी, हलवा प्रसाद के साथ सब्जी,पूड़ी, दाल,चावल,फुल्का का अखंड भंडारा दिया जाएगा। आश्रम के सेवादारों द्वारा सभी धर्म प्रेमी जनता से इस पावन पापनाशक भंडारे में पधारने के लिए आग्रह किया गया है।