इंदौर - इंदौर के चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के जीर्णोद्धार का काम अंतिम चरण में है। इसे 80 बेड से बढ़ाकर 130 बेड का बनाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 16 मई को इसका लोकार्पण प्रस्तावित है। करीब 8.5 करोड़ की लागत से इसका कायाकल्प किया गया है।
कायाकल्प का पहला चरण मार्च में पूरा हुआ था। दूसरा चरण लगभग खत्म होने को है। इसका कायाकल्प जिला प्रशासन, क्रेडाई इंदौर, रेडक्रॉस और अन्य समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से किया जा रहा है।
यहां बच्चों के विश्व स्तरीय आईसीयू वार्ड बनाए जा रहे हैं। यह मप्र का सबसे अच्छा सरकारी पीडियाट्रिक हॉस्पिटल बनेगा। इससे इंदौर सहित आसपास के क्षेत्र के बच्चों को बेहतर इलाज मिलेगा।
डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि अस्पताल का 90% काम पूरा हो चुका है। बच्चों के बेड भी आ चुके हैं। इसमें एमजीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से भी आवश्यक सामान सप्लाई किया गया है।
अभी साफ-सफाई, पेटिंग का काम चल रहा है। जल्द ही यहां पैरामेडिकल स्टाफ भी बढ़ाया जाएगा। अस्पताल में इलाज और जांचें पूरी तरह से निशुल्क रहेंगी।
यहां एडवांस आईसीयू बनाने और अन्य संसाधन बढ़ने से मृत्यु दर में कमी आएगी। दरअसल पहले यह अस्पताल रिसर्च सेंटर के रूप में काम करता था। अब इसका दोबारा कायाकल्प किया है।