मंदसौर -
मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य में आयोजित चरवाहा सम्मेलन में वन्यजीव संरक्षण और अवैध गतिविधियों की रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया गया। वनमंडलाधिकारी संजय रायखेरे ने अभयारण्य की पारिस्थितिकी और जैव विविधता के संरक्षण पर चर्चा की।
इस दौरान बताया गया कि, वन विभाग ने संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी के लिए मुखबिरी तंत्र स्थापित किया है, जिसमें सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। चरवाहों को गर्मियों में अग्नि सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।
विभाग देसी वनस्पतियों को नुकसान पहुंचा रहे लैंटाना के उन्मूलन पर काम करेगा। साथ ही पशुओं के लिए पेयजल व्यवस्था में सुधार और वर्षा ऋतु से पूर्व मवेशियों का टीकाकरण किया जाएगा। इन उपायों से मानव-वन्यजीव संघर्ष में कमी आने की उम्मीद है।
कार्यक्रम में चरवाहों ने वन क्षेत्र की रक्षा और अवैध गतिविधियों की सूचना देने का संकल्प लिया। अधीक्षक सरोज रोज़, गेम रेंज अधिकारी पूर्व पन्नालाल रायकवार, पश्चिम के अंकित सोनी और अभयारण्य का समस्त स्टाफ कार्यक्रम में उपस्थित था।