आलोट - आलोट में जमुनिया शंकर की रहने वाली 13 साल की बच्ची का शव उसी के घर में फंदे पर लटका मिला है। घटना एक दिन पहले मंगलवार की है। आराधना कक्षा 8वीं में की छात्रा थी।
बरखेड़ाकलां थाने के एएसआई एन.आर. दशोरिया ने बताया जमुनियाशंकर की आराधना (13) पिता जीवन ने फांसी लगा ली है। मां की साड़ी से लोहे के एंगल पर फंदा बनाया और कमरे में रखे कूलर पर चढ़कर लटक गई। मां को मालूम हुआ तो उन्होंने परिजन को बुलाया। हालांकि बालिका पढ़ने-लिखने में अच्छी थी, अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है।
पिता का रो-रोकर बुरा हाल
पिता जीवन महर का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि रोज की तरह आराधना सोने गई थी। उसकी मां घर के बाहर बर्तन साफ कर रही थीं। जब मां ने कमरे में जाकर देखा तो बच्ची फंदे पर लटकी मिली। आसपास के लोगों ने तुरंत उसे फंदे से उतारा, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।
डांटने से नाराज थी बच्ची
रोते हुए पिता जीवन महर ने बताया कि तेज गर्मी में आराधना घर के बाहर खेलने चली गई थी। देर तक घर न लौटने पर जब उससे पूछताछ की तो उसने झूठ बोला कि उसके 10 रुपए सूरज (बड़े पापा का पोता) ने छीन लिए थे। जीवन ने सूरज से पूछा, जिसने पैसे छीनने की बात से इनकार कर दिया। इसके बाद जीवन ने आराधना को झूठ बोलने के लिए डांट दिया। बस यही बात आराधना को इतनी नागवार गुजरी कि उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
बच्ची के पिता गैस चूल्हा रिपेयरिंग का काम करते
आराधना के पिता जीवन महर बरखेड़ा में कूकर और गैस चूल्हा रिपेयरिंग का काम करते हैं। घटना की सूचना मिलते ही वे गांव पहुंचे। उन्होंने बताया कि
आराधना परिवार की लाडली थी। उन्होंने सिर्फ झूठ बोलने के लिए डांटा था।