इंदौर - इंदौर में सोशल मीडिया पर पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर इंदौर की एक महिला से 24 लाख 16 हजार रुपए की ठगी की गई। आरोपियों ने टेलीग्राम ग्रुप के जरिए संपर्क कर धीरे-धीरे विश्वास जमाया और अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करवा ली। पीड़िता की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, ठगी की शिकार महिला हेमलता चौरसिया, कनक सिटी में रहती हैं और मूलतः बाणगंगा क्षेत्र की निवासी हैं। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर को उनके पास एक कॉल आया, जिसमें पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया। कॉल के बाद एक टेलीग्राम ग्रुप से उन्हें जोड़ा गया, जहां से एक लिंक भेजा गया। लिंक ओपन करने पर टास्क बेस्ड जॉब प्लेटफॉर्म दिखाई दिया, जहां रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें आईडी-पासवर्ड उपलब्ध कराया गया।
क्रेडिट कार्ड से शुरू हुई ट्रांजैक्शन की चेन
हेमलता ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने एसबीआई के क्रेडिट कार्ड से 10 हजार रुपए आरोपियों द्वारा बताए गए केनरा बैंक खाते में ट्रांसफर किए। इसके बाद सेंट्रल बैंक खाते से आरोपियों ने उनके अकाउंट में 14 हजार और 1700 रुपए भेजकर विश्वास दिलाया। टास्क पूरा करने पर रिवॉर्ड देने का वादा किया गया।
इसके बाद जब हेमलता ने 32 हजार रुपए डाले तो उन्हें 38 हजार वापस मिले, जिससे उनका भरोसा और मजबूत हो गया। फिर आरोपियों ने टास्क अमाउंट बढ़ाने के लिए कहा। हेमलता ने दोबारा 35 हजार और 40 हजार रुपए महाराष्ट्र बैंक के खाते में ट्रांसफर किए।
भाई का अकाउंट भी किया इस्तेमाल
ठगों का भरोसा जीतने के बाद हेमलता से कई बार और ट्रांजैक्शन कराए गए। उन्होंने अलग-अलग क्रेडिट कार्ड और अपने भाई संजय के बैंक अकाउंट से भी मोटी रकम ट्रांसफर की। करीब 17 दिनों में कुल 24 लाख 16 हजार रुपए आरोपियों के बताए बैंक खातों में डलवा दिए गए।
जब हेमलता और उनके भाई ने रकम वापस मांगी तो आरोपियों ने उनके नंबर ब्लॉक कर दिए और टेलीग्राम ग्रुप से भी हटा दिया गया।
क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया केस
पीड़िता ने मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई। पुलिस ने महिला से ट्रांजैक्शन डिटेल्स और बैंक खातों की जानकारी जुटाई और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच कर रही है।