भोपाल -
मध्यप्रदेश में कोरोना से इस साल चौथी मौत हो गई है। इसकी पुष्टि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड-19 डेशबोर्ड पर की गई है। मंडला जिले के नारायणगंज निवासी महिला की रविवार रात जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में कोरोना से मौत हुई। महिला गर्भवती थी और उसे डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था, जहां बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी मौत हो गई।
इससे पहले, इंदौर, खरगोन और रतलाम के एक-एक मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है। हालांकि, मामले में भोपाल और इंदौर के CMHO ने कहा कि हमारे जिले में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। ऐसे में अन्य जिलों से जानकारी ली जा रही है। दरअसल, मध्य प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में जिलावार कोरोना के आंकड़े जारी नहीं कर रहा है। जिससे मौत कहां हुई, अभी इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
पहली बार बंद हेल्थ बुलेटिन
प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलेंस प्रोग्राम (IDSP) द्वारा अब जिलेवार आंकड़े जारी नहीं किए जा रहे हैं, जबकि अन्य राज्य रोजाना हेल्थ बुलेटिन जारी कर रहे हैं। साल 2020 में महामारी शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब अधिकारी कोरोना से जुड़ी जानकारी साझा करने से बच रहे हैं।
4 नए केस, अब तक 200 संक्रमित
प्रदेश में रविवार, 15 जून को कोरोना के 4 नए केस दर्ज किए गए। इसके साथ ही 2025 में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 200 हो गई है। इनमें से 134 एक्टिव केस हैं और 62 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 4 मौतें भी हुई हैं।
पहले हुई 3 मौत
रतलाम: 52 वर्षीय महिला, जिन्हें टीबी, ब्रोंकाइटिस और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां थीं। मौत 11 जून को इंदौर में इलाज के दौरान हुई।
खरगोन: 44 वर्षीय महिला, जिन्होंने हाल ही में एमटीएच अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। 6 जून को एमआरटीबी अस्पताल में मृत्यु हुई।
इंदौर: 74 वर्षीय महिला, जिन्हें किडनी की बीमारी थी। 27 अप्रैल को अरबिंदो अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी।
कमजोर इम्यूनिटी वाले, गर्भवती महिलाएं रहें अलर्ट
भारत में फिलहाल कोरोना का JN.1 वैरिएंट सबसे अधिक देखा जा रहा है। जांच में आधे से ज्यादा सैंपल में यही वैरिएंट पाया गया है। इसके बाद BA.2 (26%) और ओमिक्रॉन सबलाइनज (20%) के मामले मिल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है, यानी इस पर निगरानी बनाए रखने की जरूरत है।
भोपाल के सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव के अनुसार, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा, पुराने रोगियों और गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना से संबंधित सभी सावधानियां बरतनी चाहिए।