मंदसौर -
नीमच पुलिस लाइन में पदस्थ पीड़ित कॉन्स्टेबल हनी ट्रैप में फंस गया। इसकी शिकायत कॉन्स्टेबल ने मंदसौर के पिपलिया मंडी चौकी में की। पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है।
आरोपी रंजू तिवारी ने कॉन्स्टेबल गोपाल मालवीय को घर बुलाया। इसके बाद झूठे केस में फंसाने और बदनाम करने की धमकी देकर 1.70 लाख रुपए ऐंठ लिए। कॉन्स्टेबल ने 31 मई को पिपलिया मंडी चौकी में शिकायती आवेदन दिया था।
गोपाल ने पुलिस को शिकायत में बताया कि रंजू तिवारी को वह डेढ़ साल से जानता है। 16 जनवरी 2024 को रंजू ने उसे यह कहकर घर बुलाया कि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है और उसे समझाना है। जैसे ही महिला के घर पहुंचा, उसके पति ने अनुचित आरोप लगाते हुए रुपए मांगे। रेप केस में फंसाने की धमकी दी। 12 अप्रैल 2025 को कॉन्स्टेबल ने महिला को एक लाख रुपए नकद दिए। कॉन्स्टेबल ने इसकी वीडियो बना लिया।
बदनामी के डर से दिए रुपए
बदनामी के डर से कॉन्स्टेबल ने आरोपी महिला को 1 लाख रुपए नकद और 70 हजार रुपए यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। बाद में परेशान होकर उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने सोमवार रात दोनों आरोपियों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी महिला के मोबाइल में मिले कई ट्रांजेक्शन
पिपलिया मंडी चौकी प्रभारी धर्मेश यादव ने बताया कि कॉन्स्टेबल की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। जांच में सामने आया कि आरोपी रंजू तिवारी ने पति से मारपीट का बहाना बनाकर कॉन्स्टेबल को घर बुलाया था। आरोपी महिला पहले भी इस तरह की वारदात कर चुकी है। पुलिस को महिला के मोबाइल से कई बैंक ट्रांजेक्शन मिले हैं। पता लगाया जा रहा है कि इससे पहले उसने किन लोगों को शिकार बनाया। महिला परिचितों को घर बुलाकर अचानक से नजदीकियां बढ़ाकर शिकार बनाती और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करती थी। इसके बाद पति रुपए वसूलता था।
डेढ़ साल से थी पहचान
जानकारी के अनुसार, कॉन्स्टेबल और महिला की दोस्ती करीब डेढ़ साल पुरानी थी। कॉन्स्टेबल शादीशुदा है। आरोपी दंपती देवास के रहने वाले हैं, लेकिन कुछ समय से लूनाहेड़ा में रह रहे थे।