KHABAR: गोमाबाई नेत्रालय में सात वर्षीय बालिका को प्रोस्थेटिक आई (नकली आँख) लगाई गई, पढ़े खबर

MP 44 NEWS June 24, 2025, 5:04 pm Technology

नीमच - मंदसौर जिला क्षेत्र के निवासी सात वर्षीय बालिका अक्षिता भील की पांच वर्ष पूर्व चोंट से क्षतिग्रस्त एक आंख का प्रदेश के अग्रणी नेत्र चिकित्सालय गोमाबाई नेत्रालय में कृत्रिम आँख लगाई गई । बालिका अब पूर्णतः सहज और प्रसन्न हैं । -- नेत्रालय प्रबन्धन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार , सात वर्षीय अक्षिता भील को पांच साल पहले वर्ष 2020 में खेलते हुए लकड़ी से गम्भीर चोंट लगने से सीधी आंख पूरी तरह फट गई और दृष्टि नष्ट हो गई थी । इससे चेहरे का स्वरूप भी बिगड़ा और बालिका के माता पिता इस स्थिति को लेकर सालों से बहुत असहजता भी महसूस कर रहे थे। कुछ समय पूर्व गोमाबाई नेत्रालय नीमच के बारे में जानकारी मिलने पर उनके परिजन नेत्रालय लेकर आये थे । नेत्रालय से सम्बद्ध प्रोस्थेटिक विशेषज्ञ चिकित्सक ने उनके नेत्र का सूक्ष्म परीक्षण कर कहा कि क्षतिग्रस्त आंख की रोशनी लौटना तो संभव नहीं है लेकिन प्रोस्थेटिक आई (नकली आँख)प्रत्यारोपित कर आँख का स्वरूप स्वाभाविक किया जा सकता हैं । उन्होंने कहा कि नकली आँख बच्चे और बुजुर्ग में किसी भी उम्र में लगाई जा सकती है और इसकी प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित हैं । परिवार और रोगी की सहमति के बाद संस्थान में बहुत ही सावधानी और निपुणता करते हुए वहां प्रोस्थेटिक आई ( नकली आँख ) प्रत्यारोपित की गई हैं । यह प्रत्यारोपित आँख बिल्कुल प्राकृतिक आँख की तरह ही दिखती एवं मूवमेंट करती हैं । सालों से परेशानी , असहजता और हीनभावना की पीड़ा झेल रही अक्षिता अब पूरी तरह सहज एवं सामान्य हैं और परिवार ने मानसिक तकलीफ से मुक्ति पाकर प्रसन्नता व्यक्त की है । बालिका के माता - पिता भी खुश है और उसका कहना है कि कृत्रिम आँख लगाने के बाद बच्ची की आंख स्वाभाविक रूप से असली जैसी ही लग रही है और हम सभी निराशा से मुक्त हो गए हैं । उन्होंने गोमाबाई नेत्रालय में उपचार और रोगी की देखभाल के प्रबन्ध की सराहना भी की है ।

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