रतलाम -
रतलाम में दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर बुधवार को हुए हादसे में बिहार STF के दो जवानों की मौत हो गई। दोनों जवानों पर परिवार की जिम्मेदारियां थीं।
सड़क हादसे में जान गंवाने वाले सब-इंस्पेक्टर मुकुंद मुरारी पटना के बख्तियारपुर के रहने वाले थे। 2015 में सिपाही पद पर भर्ती हुए और 2018 में SI बने। रतलाम शव लेने आए भाई मणिकांत ने बताया कि उनकी शादी की बात चल रही थी। बुधवार को पूरा परिवार लड़की को देखने जाने वाला था। उनके परिवार में माता-पिता, दो भाई और एक बहन है। बहन की भी शादी होनी बाकी है।
वहीं जहानाबाद निवासी कॉन्स्टेबल विकास कुमार अपने घर के इकलौते बेटे थे। पिता की 15-20 दिन पहले ही मौत हुई है। परिवार में मां, पत्नी, 4 साल की बेटी और 2 साल का बेटा है। विकास पर पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। अब उनके जाने के बाद परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है।
जैसे ही हादसे की सूचना परिजन को मिली, दोनों के गांवों में मातम छा गया। सब यही जानना चाह रहे थे कि आखिर हुआ क्या? हर कोई जवानों के जाने से स्तब्ध है।
रतलाम शव लेने आए भाई मणिकांत ने बताया कि परिवार लड़की देखने जाने वाला था।
गया से मंगलवार को रवाना हुए थे जवान
बता दें कि बिहार STF के 6 जवान गया से मंगलवार दोपहर 2:30 बजे स्कॉर्पियो कार से गुजरात के गांधीधाम के लिए निकले थे। बुधवार सुबह 10:30 बजे रतलाम के एक्सप्रेस-वे पर उनकी कार अनियंत्रित होकर पलट गई।
घायल जवानों ने बताया कि अचानक हादसा हुआ और गाड़ी 100 मीटर तक घसीटती चली गई। हादसे का CCTV वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कार फुटबॉल की तरह उछलकर पलटती नजर आई।
हादसे में जान गंवाने वाले सब इंस्पेक्टर के घर में मातम पसर गया।
4 जवान घायल, एक गंभीर
घायल जवानों का इलाज इंदौर में चल रहा है। इनमें एक की हालत गंभीर है।
घायल जवानों के नाम
संतोष कुमार, सब इंस्पेक्टर, भागलपुर
मिथिलेश पासवान, कॉन्स्टेबल, कैमूर
रंजन कुमार, कॉन्स्टेबल, नवादा
जीवधारी कुमार, कॉन्स्टेबल
कॉन्स्टेबल विकास कुमार के जहानाबाद घर के बाहर गमगीन खड़े दोस्त।
शव लेने बिहार से पहुंचे अधिकारी
हादसे की सूचना के बाद बिहार STF ने दो डीएसपी स्तर के अधिकारी रतलाम भेजे हैं। उन्हें मृतक जवानों के शव सौंपे जाएंगे।