KHABAR: मोदी के दौरे के 2 दिन बाद एमपी आएंगे राहुल, 3 जून को भोपाल में 7 घंटे रहेंगे, विधायकों-सांसदों और कार्यकर्ताओं की बैठकें लेंगे, पढ़े खबर

MP 44 NEWS May 29, 2025, 6:36 pm Technology

भोपाल - पीएम मोदी के 31 मई के भोपाल दौरे के ठीक 2 दिन बाद यानी 3 जून को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भोपाल के दौरे पर रहेंगे। राहुल करीब 7 घंटे भोपाल में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की अलग-अलग बैठकें लेंगे। राहुल के दौरे की नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जानकारी दी। इस दौरान कांग्रेस के संगठन प्रभारी संजय कामले, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक भी मौजूद रहे। संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करेंगे राहुल मध्यप्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए राहुल गांधी संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करेंगे। इस अभियान के लिए टीम-50 का गठन किया गया है। असम से लेकर आंध्रप्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, यूपी सहित देश के अलग-अलग राज्यों के सांसदों, विधायकों और पूर्व मंत्रियों को इस टीम में शामिल कर ऑब्जर्वर बनाया गया है। 1 जून तक एमपी के सहयोगी पर्यवेक्षकों की लिस्ट AICC से नियुक्त 50 ऑब्जर्वर्स के साथ हर जिले के लिए 4-4 सहयोगी पर्यवेक्षकों की लिस्ट एक जून तक जारी हो सकती है। इन सहयोगी पर्यवेक्षकों की लिस्ट एमपी कांग्रेस की ओर से दिल्ली भेज दी गई है। 31 मई को जबलपुर में होने वाली जय हिंद सभा के बाद यह लिस्ट जारी हो सकती है। बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले कांग्रेसी होंगे चिह्नित संगठन सृजन अभियान के दौरान कांग्रेस के सभी ऑब्जर्वर और को-ऑब्जर्वर आवंटित जिले में जाकर ये पता लगाएंगे कि कांग्रेस किस विधानसभा में कैसे मजबूत है। कांग्रेस के साथ जुडे़ पुराने कांग्रेसियों की लिस्ट भी तैयार होगी। इस दौरान ऐसे नेताओं की लिस्ट भी बनाई जाएगी जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी काे फायदा पहुंचाते हैं। एमपी के चार नेता हर टीम में बतौर सहयोगी रहेंगे राहुल गांधी ने एमपी में कांग्रेस के संगठन की जमीनी हकीकत जानने के लिए अलग-अलग राज्यों के दिग्गज नेताओं को जिम्मेदारी है। मप्र में दूसरे राज्यों के नेताओं को भाषाई दिक्कत न हो और आने-जाने में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए मप्र कांग्रेस की ओर से हर जिले के लिए 4 सहयोगी पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इनका काम सिर्फ सहयोगी के तौर पर ही रहेगा। पार्टी जिला अध्यक्ष पद के लिए नाम भी खोजेंगे संगठन सृजन अभियान के तहत ऑर्ब्जवर अपने आवंटित जिले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के लिए मजबूत कार्यकर्ताओं के नाम छांटकर उनका एक पैनल भी बनाकर दिल्ली भेजेंगे। इसमें यह देखा जाएगा कि जिलाध्यक्ष के लिए कौन सा कार्यकर्ता वैचारिक तौर पर पार्टी से कितने समय से जुड़ा है और उसके काम करने की शैली, वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से कैसा संपर्क है। एक ऑब्जर्वर को मिलेगी एक जिले की कमान AICC की ओर से नियुक्त हर ऑब्जर्वर को एक जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी। एमपी कांग्रेस की ओर से 4 सहयोगी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी हफ्ते भर में कर दी जाएगी। इसके बाद जून महीने के पहले सप्ताह में राहुल गांधी संगठन सृजन अभियान की टीम के साथ बैठक कर कैम्पेन की औपचारिक शुरुआत करेंगे। गुजरात में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत हुई अहमदाबाद अधिवेशन के बाद कांग्रेस ने गुजरात में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत हर जिले में एक ऑब्जर्वर भेजकर संगठन की रिपोर्ट तैयार कराई गई है। मप्र दूसरा राज्य है जहां ये अभियान शुरू होने जा रहा है। राहुल के दौरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से बातचीत सवाल- इस अभियान की जरूरत क्यों पड़ रही है? उमंग सिंघार- लोकसभा में सौ सीटें मिलीं तो कांग्रेस पूरे देश में मजबूत स्थिति में हैं। राहुल जी, खड़गे जी चाहते हैं कि संगठन मजबूत हो। गुजरात मॉडल के आधार पर इसकी शुरुआत हुई। छोटा से छोटा कार्यकर्ता जिसको ये लगता कि हमारी बात ऊपर तक नहीं पहुंचती। जो लोग सोचते हैं कि हम काम कर रहे, लेकिन ऊपर नहीं आ पा रहे हैं, तो राहुल जी की सोच है कि बड़े नेताओं की बजाय जो पार्टी का झंडा उठाता है, बूथ पर लड़ता है, पार्टी उस तक पहुंचे। ये आने वाली कांग्रेस का एक स्वरूप है। जिसका संगठन को फायदा मिलेगा। सवाल- जो लोग पार्टी में रहकर बीजेपी को फायदा पहुंचाते हैं, ऐसे लोग चिह्नित किए जाएंगे? उमंग सिंघार- निश्चित रूप से...। क्योंकि संगठन के अंदर उसी को लिया जाएगा, जो पार्टी के खिलाफ काम न करता हो। ऐसे लोगों को भी चिह्नित किया जाएगा और पार्टी में इंटरनल लेवल पर ये शिकायत भी रहती है कि जो लोग विरोध करते हैं वो पार्टी में आगे आ जाते हैं।

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