KHABAR: श्रीसांवलिया मंदिर में श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाईं, श्रद्धालु को आई चोट, प्रशासन ने की जांच शुरू, दोषी सुरक्षा कर्मियों पर होगी कार्रवाई, पढ़े खबर

MP 44 NEWS June 27, 2025, 4:31 pm Technology

चित्तौड़गढ़ - मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर, मंडफिया से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं पर लाठियां चलाने के दो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर, मंडफिया से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं पर लाठियां चलाने के दो वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। एक वीडियो में निजी सुरक्षा गार्ड (टाइगर फोर्स) भक्तों पर लाठियां चलाते नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में एक पुलिसकर्मी द्वारा श्रद्धालु पर लाठी चार्ज करने के बाद बुजुर्ग श्रद्धालु घायल अवस्था में सड़क पर लेटे नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये दोनों वीडियो 25 जून को अमावस्या के दिन के हैं, जब मंदिर में भारी भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी थी। मंदिर प्रशासन ने वीडियो की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। पहले वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ की संभावना होने के कारण मंदिर मंडल की ओर से एंट्री और एग्जिट गेट अलग-अलग रखे गए। बैरिकेड्स लगाए गए ताकि श्रद्धालु एक ही लाइन में जाकर भगवान सांवरा सेठ के अच्छे से दर्शन कर पाएं। उसी दिन कुछ लोग एग्जिट से घुसकर बैरिकेड्स के ऊपर से जाने की कोशिश कर रहे थे। भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की और इसी दौरान लाठियां चलाईं। इससे दो महिलाएं, एक सिक्योरिटी गार्ड सहित कुछ श्रद्धालु नीचे गिर गए। इस बीच हल्की भगदड़ की स्थिति भी बनी, हालांकि स्थिति को जल्द ही संभाल लिया गया। यह वीडियो देखने के बाद लोग नाराज हो गए और सोशल मीडिया पर गार्ड्स की आलोचना हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर मंडल की मुख्य कार्यपालक प्रभा गौतम ने वीडियो की सत्यता की जांच शुरू कर दी। हालांकि जानकारी में आया कि जांच में वीडियो सही पाया गया, जिसके बाद सिक्योरिटी इंचार्ज गुलाब सिंह को नोटिस जारी किया गया। इसके साथ ही वीडियो में लाठी चलाते दिख रहे दो गार्डों को हटाने के लिए मुख्यालय बुला लिया गया है। दूसरा वीडियो उसी दिन रात का बताया जा रहा है, जब मंदिर के वीआईपी गेट पर कुछ श्रद्धालु गेट खोलने की जिद कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने, जिसके बाद पुलिस ने डंडे चला दिए। वीडियो में भदेसर डिप्टी अनिल शर्मा डंडा हाथ में लिए नजर आ रहे हैं। लाठीचार्ज के कारण एक बुजुर्ग श्रद्धालु नीचे गिर पड़े और उनके हाथ में चोट आ गई। जब इस बारे में भदेसर डिप्टी को फोन किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं, मंडफिया थाना अधिकारी गोकुल डांगी ने बताया कि उन्हें लाठीचार्ज की कोई जानकारी नहीं थी। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक बुजुर्ग जमीन पर गिरे हुए हैं, जिन्हें सहारा देकर सुरक्षित जगह पर बैठाया गया। उसी दिन उस समय गृह राज्य मंत्री भी मंदिर पहुंचने वाले थे। जिसकी प्रोटोकॉल ड्यूटी में व्यस्त थे। मुख्य कार्यपालक प्रभा गौतम ने बताया कि रात को वीडियो मेरे संज्ञान में आया है। हम श्रद्धालुओं के लिए माकूल व्यवस्था करते हैं। वीडियो की सत्यता की जांच करवाई जा रही है। दोषी पाने पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। अभी श्रद्धालुओं की एंट्री जिग जैग तरीके से की जा रही है ताकि किसी भी तरह की भगदड़ ना हो और व्यवस्थित रूप से कतारबद्ध होकर श्रद्धालु दर्शन कर पाए। इस बार अमावस्या पर काफी भीड़ आई थी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है। इस पूरी घटना ने श्रद्धालुओं के बीच नाराजगी जरूर पैदा की है, लेकिन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

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