रतलाम - आर्टिफिशियल इटेंलिजेंस के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं है । हर स्कूल कालेज एवं युवाओं को एआई रेडिनेस मिशन से जुड़कर एआई रेडिनेस स्किल हासिल करना बेहद जरूरी है यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में रतलाम के पोलो ग्राउड़ में अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर आयोजित राईस 2025 रिजनल इंडस्ट्री स्किल एंड एमप्लाईमेंट कॉनक्लेव में स्किल डेवलपमेंट विषय पर पेनल डिस्कशन सत्र को संबोधित करते हुए, एआई विशेषज्ञ सुश्री शुभी दुबे ने एआई के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कही । उन्होंने एआई की उपयोगिता एवं खतरों के प्रति सर्तक रहने के बारे में भी बताया ।
कौशल विस्तार और उद्यमिता सफलता की स्वर्णिम राह विषय पर आयोजित पेनल डिस्कशन में संत शिरोमणी रविदास ग्लोबल स्किल पार्क के संचालक श्री नीरज सहाय,विजन इंडिया के वाईस प्रेसिडेंट ह्युमन विनिंग एआई की संस्थापक सुश्री शुभी दुबे,एचसीएल अर्ली केरियर प्रौगाम कें उप महाप्रबंधक श्री सजेश कुमार एवं श्री अमरीश ने भाग लिया ।
राईस 2025 कान्क्लेव में एमएसएमई मंत्री श्री चेतन काश्यप, सांसद श्री बीडी शर्मा एवं श्री सुधीर गुप्ता सहित नीमच,मंदसौर,रतलाम एवं उज्जैन के विधायक गण, उद्योगपति, हितग्राहीयों एवं बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे ।
अतिरिक्त संचालक श्री डीएस ठाकुर ने विषय विशेषज्ञों का पुष्पगुच्छ भेंटकर एवं शाल ओढाकर स्वागत किया तथा आभार माना ।
अब मिनटों में होता है उद्योगों का रजिस्ट्रेशन
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर आधारित रहा द्वितीय सत्र
रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड इम्प्लॉइमेंट कॉन्क्लेव 2025 के दौरान ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर द्वितीय सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में एकल खिड़की प्रणाली के निदेशक श्री आदर्श नायक, नीति वकालत और ईओडीबी के सह-संयोजक श्री दिनेश मिश्रा, श्री मनोज मोदी, प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए। सत्र का संचालन श्री विवेक पांडे द्वारा किया गया।
ईज़ ऑफ़ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत व्यवसाय करने में बहुत आसानी हुई है। किसी विशेष क्षेत्राधिकार में व्यवसाय संचालित करने की सरलता और कुशलता अब प्राप्त होने लगी है। व्यवसाय प्रारंभ करने के नियम सरल और पारदर्शी हुए है। आवश्यक लाइसेंस और अनुमति प्राप्त करने में आसानी हुई है। निष्पक्ष और कुशल कर प्रणाली प्रारंभ हुई है। लचीले श्रम कानून जो श्रमिक और नियोक्ता की जरूरतों को संतुलित कर रहे है। व्यवसायों के लिए वित्तपोषण विकल्पों की उपलब्धता अब सरकार कर रही है। व्यवसाय में आसानी होने से निवेशक आकर्षित हो रहे है, आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है और रोजगार के अवसर सर्जित होने लगे हैं।
एकल खिड़की प्रणाली से व्यापार करने में आसानी हुई है।
एक समय था जब उद्योग रजिस्ट्रेशन में बहुत समय लगता था। लेकिन अब आनलाईन माध्यम से उद्योग रजिस्ट्रेशन मिनटों में होने लगा है, उद्योग समय के साथ आगे बढ़ रहे हैं । इज ऑफ डूइंग बिजनेस पर पूरे देश में काम किया जा रहा है। पब्लिक सर्विस गारंटी एक्ट के माध्यम से अब आसानी से काम होने लगे हैं। वन स्टॉप गेटवे, इन्वेस्ट ऑफ एमपी पोर्टल, जमीन के लिए ऑनलाइन सिस्टम सहित अब सभी सुविधाएं एकल खिड़की सिस्टम पर उपलब्ध हैं। सरकार उद्योग स्थापित करने में मदद कर रही हैं साथ ही प्रशिक्षण की सुविधा एवं सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। उद्योगपतियों को उद्योगों की सभी जानकारियां सरकार को समय पर देना चाहिए, जिससे सरकार से मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं का लाभ मिल सके।