चित्तौड़गढ़ - हाल ही में चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार टोल नाके के पास आरटीओ विभाग की महिला इंस्पेक्टर और एक ट्रक ड्राइवर के बीच हुई झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। इस मामले को लेकर अब चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को महिला इंस्पेक्टर की गलती मानते हुए कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी इस इंस्पेक्टर के खिलाफ कई शिकायतें आ चुकी हैं।
विधायक आक्या ने कहा कि जब से यह महिला इंस्पेक्टर चित्तौड़गढ़ में ट्रांसफर होकर आई है, तब से अब तक इसके खिलाफ 4 से 5 शिकायतें आ चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आमजन और वाहन चालकों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि "इस तरह की हरकतों की हमने उच्च स्तर तक जानकारी दी है और आने वाले समय में इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी,"।
मामला बुधवार सुबह का है जब गंगरार टोल नाके के पास उत्तर प्रदेश के एक ट्रक ड्राइवर नाजिम खां और आरटीओ महिला इंस्पेक्टर मुक्ता सोनी के बीच कहासुनी हो गई। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला इंस्पेक्टर ट्रक ड्राइवर के बाल खींचती है और उसे धक्का देती है। मौके पर अन्य आरटीओ कर्मियों द्वारा भी ट्रक ड्राइवर के साथ हाथापाई की गई। यह वीडियो गुरुवार दोपहर तक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसने पूरे जिले में हलचल मचा दी।
महिला इंस्पेक्टर मुक्ता सोनी का पक्ष भी सामने आया है। उनका कहना है कि ट्रक ड्राइवर हाईवे पर ट्रक खड़ा कर चाबी लेकर भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे रोकने की कोशिश की गई। उसके कारण हाइवे पर जाम लग गया। उसके खिलाफ गंगरार थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया और उसे धारा 151 में पाबंद भी किया गया है।
विधायक आक्या का तीखा प्रहार
वायरल वीडियो के सामने आने के बाद विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने अपनी नाराजगी स्पष्ट रूप से जाहिर की है। उन्होंने कहा, “चाहे वह आरटीओ ऑफिस हो या सड़क, आरटीओ अधिकारियों द्वारा जिस तरह की लूट-खसोट और बदमाशी की जा रही है, वह अस्वीकार्य है। ऐसे कृत्यों की जानकारी हमने पहले भी सरकार और संबंधित विभागों तक पहुंचाई है। आने वाले समय में निश्चित ही सख्त कार्रवाई करवाई जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई एक दिन की बात नहीं है, बल्कि आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। “रोजाना रोड पर एक्सीडेंट हो रहे हैं और आरटीओ विभाग के लोग हाईवे पर ट्रकों को रोककर अव्यवस्थित तरीके से काम कर रहे हैं। जो तरीका अपनाया जा रहा है, वह पूरी तरह गलत है,”।
"शारीरिक हिंसा उचित नहीं"
विधायक आक्या ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि ट्रक ड्राइवर ने कोई कानून तोड़ा था, तो उस पर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए थी। लेकिन जिस प्रकार महिला इंस्पेक्टर ने खुद हाथापाई की, वह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। "कानून का पालन कराने के लिए कानून से ही काम लेना चाहिए, न कि शारीरिक हिंसा का सहारा लेना चाहिए।"
बता दे कि मुक्ता सोनी 2019 में 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई थी। रींगस में एसीबी ने पकड़ा था। इसके बाद परिवहन विभाग ने निलंबित भी किया था।