नीमच - प्रदेश में 29 मई से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 का आयोजन किया जा रहा हैं। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने प्रदेश के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलों के कलेक्टरों की वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक लेकर विकसित कृषि संकल्प अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।
वीडिया कांफ्रेसिंग में नीमच में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा, पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल, एडीएम लक्ष्मी गामड़, डिप्टी कलेक्टर्स एवं अन्य जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया, कि विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषि अधिकारियों, कृषि वैज्ञानिकों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के दलों द्वारा गांवों में जाकर, किसानों से सीधा संवाद किया जावेगा और उन्नत कृषि तकनीक, ड्रोन का प्रदर्शन, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, पराली प्रबंधन, तिलहन एवं दलहन की खेती को बढ़ावा देने के संबंध में कृषि तकनीकी के बारे में किसानों को जागरूक किया जावेगा।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए, कि पराली जलाने की कोई घटना किसी भी जिले में ना हो, किसानों को पराली जलाने के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक कर, पराली जलाने पर प्रभावी रोक लगाई जाए। लोगों की समझाईश दी जाए, कि वे पराली जलाए ही नहीं।
वीसी में मुख्य सचिव जैन ने वाहनों, बसों की नियमित परमिट, फिटनेस, बीमा आदि की जांच करने, राहगीर योजना के तहत राहगीरों को लाभाविंत करने और निर्धारित सहायता राशि स्वीकृत करने, सड़क सुरक्षा समिति की बैठके नियमित रूप से करने, अज्ञात वाहन दुर्घटना के सभी लंबित आर्थिक सहायता प्रकरणों का निराकरण करने, खनिजों के अवैध उत्खन्न परिवहन, भण्डारण पर प्रभावी कार्यवाही करने, भूमि, आम रास्तों से संबंधित विवादों, शिकायतों का मानसून के पूर्व निराकरण करने के भी निर्देश सभी जिलों को दिए।
मुख्य सचिव जैन ने सभी जिलों को निर्देश दिए, कि वे समग्र ईकेवायसी का कार्य शतप्रतिशत पूर्ण करवाए।
उन्होने सभी जिलों को 30 जून तक समग्र ईकेवायसी का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया, कि प्रदेश के सभी कार्यालयों में ई आफिस प्रणाली प्रारंभ कर दी गई है। 3 जून से तहसील स्तरीय कार्यालय भी ई-आफीस प्रणाली के तहत कार्य करेंगे।
मुख्य सचिव जैन ने आगामी वर्षाकाल को देखते हुए बाढ़ राहत, आपदा प्रबंधन की सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश भी दिए।