बेगूं -
चित्तौड़गढ़ जिले के जावदा थाना क्षेत्र में 15 दिन पहले पकड़ी गई नशे की बड़ी खेप की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में जावदा थाने के ही कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश जाट की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसे गिरफ्तार कर न्यायालय ने जेल भेज दिया है।
20 दिन पहले हुई थी कार्रवाई
थानाधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया- 22 मई को जावदा पुलिस ने बस्सी तिराहे पर नाकाबंदी के दौरान एक पिकअप बोलेरो से 12 क्विंटल 53 किलो अवैध डोडा चूरा जब्त किया था। मौके से दो आरोपी फरार हो गए थे, जिनमें से एक की पहचान राजू गुर्जर निवासी मोरवन, थाना जावदा के रूप में हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में मिलीभगत सामने आई
इस मामले की जांच पारसोली थानाधिकारी प्रेमसिंह को सौंपी गई थी। जांच के दौरान सामने आया कि डोडा चूरा तस्करी में जावदा थाने के कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश जाट निवासी जैनियों की ढाणी, थाना बागोरा (जालोर) की मिलीभगत थी।
मामले को दबाने के लिए सौदेबाजी की जा रही थी
पुलिस के अनुसार, कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश द्वारा अवैध मादक पदार्थों के मामले को दबाने और कार्रवाई से बचाने के लिए सौदेबाजी की जा रही थी। इसी आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सात दिन की रिमांड के बाद कोर्ट ने जेल भेजा
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपी राजू गुर्जर और ओमप्रकाश जाट को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ के बाद शनिवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।