नीमच - लाखो करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र, मालवा की वैष्णो देवी, भादवा माता मंदिर की बदहाली और भादवा माता लोक के अधूरे सपने को लेकर श्रद्धालुओं में व्याप्त निराशा के बीच, नीमच कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सराहनीय गंभीरता दिखाई है।
उन्होंने लगभग 17 करोड़ रुपये का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है, जिससे अब मंदिर के जीर्णोद्धार और भव्य लोक निर्माण को लेकर नई उम्मीद जगी है।
लंबे समय से उपेक्षा का शिकार यह पवित्र धाम, जहां लकवाग्रस्त रोगी मां की चमत्कारिक बावड़ी से नया जीवन पाते हैं, आज अधूरे निर्माण और बदहाली का मंजर देख रहा था।
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 30 नवंबर 2022 को 10 करोड़ की लागत से जिस भव्य भादवा माता लोक का भूमि पूजन किया गया था। वह 30 करोड़ रुपये की विशाल योजना, जिसमें कॉरिडोर, पात्रा, शिखर और गर्भगृह का निर्माण होना था, अब तक कागजों में ही कैद थी। बारिश में गर्भगृह तक गंदा पानी टपकना और परिसर में कीचड़ व गंदगी का अंबार, भक्तों की आस्था को तार-तार कर रहा था।
कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने दिखाई गंभीरता
इस गंभीर स्थिति पर संज्ञान लेते हुए, नीमच कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने त्वरित कार्रवाई की है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि इस मुद्दे को लेकर प्रशासन श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए गंभीर है।
कलेक्टर चंद्रा ने बताया है कि लगभग 17 करोड़ रुपये का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि संभवतः एक माह के भीतर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी। मंजूरी मिलते ही महाकाल लोक की तर्ज पर ही भादवा माता लोक का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर प्रारंभ किया जाएगा।
कलेक्टर का यह बयान लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए राहत की सांस लेकर आया है। उनकी इस पहल से न केवल भादवा माता मंदिर को उसकी खोई हुई गरिमा वापस मिलेगी, बल्कि यह लाखों भक्तों की अटूट आस्था को भी पुनर्जीवित करेगा। यह दिखाता है कि जब प्रशासन संवेदनशील होते हैं, तो आस्था और विकास का संगम वास्तव में संभव हो पाता है। उम्मीद है कि जल्द ही भादवा माता का धाम एक दिव्य और भव्य रूप में भक्तों के समक्ष होगा।