रतलाम - रतलाम में फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जब एक व्यक्ति जन्म प्रमाण पत्र बनवा कर एमसीएच (मदर चाइल्ड केयर हॉस्पिटल) में सील व साइन कराने पहुंचा तो फर्जीवाड़े का पता चला। पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कम्प्यूटर व अन्य दस्तावेज व प्रमाण पत्र जब्त किए हैं।
बापूलाल गुर्जर (35) पिता रामजी गुर्जर निवासी ग्वालगढ़ थाना शिवगढ़ जिला रतलाम 22 मई को अपनी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र लेकर जिला अस्पताल के जन्म एवं मृत्यु प्रमाण कार्यालय में पहुंचा। प्रमाण पत्र पर सील व साइन करने को कहा। तब शाखा प्रबंधक ने देखा कि उक्त प्रमाण पत्र नकली है।
संबंधित से जानकारी लेने पर बताया कि उसने 200 रुपए देकर दीनदयाल नगर शनि मंदिर के पास दुकान से यह प्रमाण पत्र बनाया है। आरएमओ डॉ. अभिषेक अरोड़ा को इस बारे में बताया। इसके बाद स्टेशन रोड थाने पर शिकायत की।
संबंधित को पुलिस थाने लेकर पहुंची। पूछताछ की। पुलिस ने जांच में जन्म प्रमाण पत्र फर्जी पाया। पुलिस ने प्रथम दृष्टया धारा 336(3), 337 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया।
दुकान संचालक को किया गिरफ्तार
बापूलाल ने जिस दुकान से प्रमाण पत्र बनाया। पुलिस वहां पहुंची। रोहित पिता रघुनाथ दूबेला निवासी गवली मोहल्ला बाजना बस स्टैंड रतलाम को पकड़ा। जांच में पता चला कि रोहित की बाजना बस स्टैंड पर तनिष्क एमपी ऑनलाइन के नाम से दुकान है। यहीं पर वह जन्म प्रमाण पत्र ऑनलाइन बनाता है।
जब इससे पूछताछ की तो तो इसने अन्य तीसरे व्यक्ति से एमपी ऑनलाइन बनाने वाले के बारे में बताया। पुलिस के छानबीन के दौरान कंप्यूटर में और भी जन्मप्रमाण पत्र मिले है। पुलिस ने कम्प्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर जब्त कर लिया है। रोहित व बापूलाल के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
स्टेशन रोड थाना प्रभारी स्वराज डाबी ने बताया कि दुकान संचालक से पूछताछ जारी है। कम्प्यूटर में कुछ प्रमाण पत्र मिले है। जांच की जा रही है।
सरकारी हॉस्पिटल में ही बनते है प्रमाण पत्र
जन्म प्रमाण पत्र जिला अस्पताल रतलाम के एमसीएच इकाई के जन्म मृत्यु कार्यालय में बनते है। प्राइवेट हॉस्पिटल में जन्म लेने वाले बच्चों के नगर निगम से प्रमाण पत्र बनते है। अब पुलिस इस पूरे गिरोह की जांच पड़ताल में जुट गई है।