नीमच | राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पशुपालन विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर मैत्री को प्रशिक्षित किया गया है, उन्हें कृत्रिम गर्भाधान, गर्भपरीक्षण एवं विभाग की नस्ल सुधार की अन्य गतिविधियों हेतु कार्य करना होता है। जिले में 225 से अधिक मैत्रियों को प्रशिक्षण प्रदान कर प्रमाण-पत्र के साथ अन्य सामग्री निःशुल्क प्रदान की गई है। कृत्रिम गर्भाधान हेतु इन्हें निःशुल्क वीर्य एवं तरल नत्रजन प्रदान की जा रही है। अन्य विभागीय गतिविधियों में जैसे टीकाकरण, दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान आदि में कार्य करने पर कृत्रिम गर्भाधान व अन्य कार्यो का शासन के निर्देशानुसार मानदेय का भुगतान भी किया जाता रहा है। जिले के मैत्रीयों क्रमश: राहुल पाटीदार केलुखेड़ा, तुलसीराम धनगर पिपलोन, गिरीश मेघवाल, लासुर, अंकित सोनी मोरवन, मोहनसिंह राजपूत पलासिया, अनिल सुरावत आमद, मनीष पाटीदार बर्डिया, एवं सोनू धनगर खड़ावदा जो अन्य रोजगार में चले गए है या अन्य कारण से उक्त कार्य नहीं कर रहे थे, उनके प्रमाण-पत्र निरस्त कर, प्रदायित सामग्री वापस प्राप्त कर ली गई है। ये मैत्री अब कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण या प्रारम्भिक उपचार नहीं कर सकेगे और करते पाए गए तो उनके विरूद्ध विधि अनुरूप कार्यवाही की जायेगी। उपसंचालक डॉ.राजेश पाटीदार ने बताया, कि 20 मैत्री ने कार्य करने की सहमति प्रदान की है। उन्हें एक सप्ताह का प्रशिक्षण प्रदान कर कार्य प्रारम्भ करवाया गया है। 41 मैत्री जो कार्य करने के इच्छुक नहीं है। उनके प्रमाण पत्र निरस्त करने एवं सामग्री जमा करवाने की कार्यवाही प्रचलन में है। डॉ.पाटीदार ने बताया, कि आगामी समय में इनके स्थान पर नवीन शिक्षित युवा बेरोजगारों को प्रशिक्षण प्रदान कर, स्थानीय स्तर पर कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता तैयार किए जायेगे।