इंदौर -
मेघालय पुलिस इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के 5 आरोपियों को लेकर शिलॉन्ग पहुंच गई है। पत्नी सोनम समेत सभी को यहां के सदर थाने में रखा गया है। थाने की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं। कैंपस के भीतर भी किसी को जाने की अनुमति नहीं है।
हालांकि, थाने के बाहर स्थानीय लोगों की भीड़ देखी जा रही है। पुलिस कुछ देर में सभी का मेडिकल चेकअप कराएगी। इसके बाद कोर्ट में पेश करेगी। शिलॉन्ग पुलिस कोर्ट में इनकी रिमांड मांगेंगी। इसके बाद आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस आरोपियों का आमना-सामना करा सकती है। सूत्रों ने सीन रीक्रिएशन कराने की बात भी कही है।
राजा-सोनम की 11 मई को शादी हुई। 21 मई को राजा-सोनम शिलॉन्ग पहुंचे थे। 23 मई को परिवार से आखिरी बात की। 2 जून को राजा का शव मिला। 17 दिन से गायब सोनम एक दिन पहले 9 जून को गाजीपुर में मिली थी। इसके बाद ही हत्याकांड का खुलासा हुआ।
शिलॉन्ग पुलिस का दावा, हत्या के बाद सभी 11 किमी दूर इकट्ठा हुए
शिलॉन्ग एसपी विवेक स्येम ने कहा, 'राज के साथी तीनों सुपारी किलर्स ने कबूला है कि सोनम 22 मई को शिलॉन्ग पहुंच गई थी। राजा को मारने का प्लान-ए इसी दिन का था। इसके लिए सोनम ने तय किया था कि वह राजा को पहाड़ पर ले जाएगी।
शिलॉन्ग पुलिस ने दावा किया कि तीनों किलर्स भी वहां मौजूद होंगे। इसी बीच सेल्फी लेने के बहाने वो राजा को खाई में धक्का दे देगी। लेकिन, बारिश और अंधेरा होने के कारण प्लान ए कैंसिल करना पड़ा। इसके बाद प्लान बी पर काम किया। इसमें अगले दिन राजा को पहाड़ पर ले जाकर मार दिया। हत्या के बाद सभी आरोपी क्राइम सीन से 11 किमी दूर इकट्ठा हुए थे।
हत्या के बाद ट्रेन से इंदौर आई थी सोनम
पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम रघुवंशी 25 मई को शिलॉन्ग से सिलीगुड़ी के रास्ते ट्रेन से इंदौर पहुंची थी। शिलॉन्ग एसपी विवेक स्येम ने भास्कर रिपोर्टर योगेश पाण्डे को बताया कि सोनम इंदौर आने के बाद किराए के कमरे में रुकी थी। इसके बाद सोनम को एक ड्राइवर ने वाराणसी में ड्रॉप किया था, जहां से वह गाजीपुर पहुंची थी।