मंदसौर - मंदसौर में डीएपी खाद की कमी को देखते हुए प्रशासन ने किसानों को ऑप्शनल खाद का उपयोग करने की सलाह दी है। कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देश पर गरोठ एसडीएम राहुल चौहान ने शनिवार को विकासखंड की सहकारी संस्थाओं में खाद की उपलब्धता की समीक्षा की। एसडीएम राहुल चौहान ने दैनिक भास्कर को बताया-
बैंक सीईओ सुनील कच्छावा और विपणन अधिकारी गरिमा सेंगर के साथ शामगढ़ डबल लॉक में खाद की उपलब्धता की जानकारी ली। गराड़िया नरसिंह, विशन्या और दसोरिया में डीएपी का स्टॉक नहीं होने पर तुरंत आपूर्ति की गई। संस्था प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जरूरत के अनुसार खाद की मांग भेजें और गोदामों में पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण करें।
किसान सबसे ज्यादा डीएपी खाद की कर रहे मांग
समीक्षा में यह पाया गया कि किसान सबसे ज्यादा डीएपी खाद की मांग कर रहे हैं। यह खाद मुख्य रूप से सऊदी अरब, चीन, रूस और अन्य देशों से आयात की जाती है। फिलहाल इसकी कमी के कारण किसानों की मांग पूरी नहीं हो पा रही है।
किसानों को ऑप्शनल खाद की जानकारी देने के निर्देश
प्रशासन ने डीएपी की जगह ऑप्शनल खाद जैसे – 12:32:16, 20:20:0:13, 16:16:16, 10:26:26, 15:15:15 और नैनो डीएपी के उपयोग का सुझाव दिया है। एसडीएम ने सहकारी संस्थाओं के प्रबंधकों को किसानों को इन विकल्पों की जानकारी देने और उन्हें जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।