मंदसौर जिले में अल्प वर्षा से खेतों में खड़ी सोयाबीन सहित अन्य फसलों में नुकसान हुआ किसानो का कहना है की फसलों में एकरीब 60 से 80 फीसदी नुकसान हुआ है। इधर प्रशासन में खराब हुई फसलों को नेत्रांकन सर्वे करवाया है जिसमे 15 से 20 फीसदी नुकसानी का आकलन किया जा रहा है।
हालांकि प्रशासन का कहना है की भौतिक सर्वे फसल की कटाई के समय ही होगा इसी में असल नुकसानी का आकलन किया जाएगा। उधर मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस ने प्रशासन के 15-20 फीसदी नुकसान वाले नेत्रांकन सर्वे पर किसानो के साथ धोखा बताते हुए कहा है की प्रशासन ने आँखे बंद कर नेत्रांकन सर्वे करवाया है जो गलत है।
मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा की किसानों ने जिले में 3.25 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की फसल बोई है। लेकिन सरकार किसानों के साथ न्याय नहीं करना चाहती। नेत्रांकन सर्वे कर मुआवजे के नाम पर किसानों को गुमराह किया किया जा रहा है।
सरकार की नियत में खोट होने की बात कहते हुए कांग्रेस आरोप लगाया की मौजूदा सरकार किसानों को मुआवजा देना ही नही चाहती। कांग्रेस ने मांग की हे की सरकार किसानो को बिना सर्वे मुआवजा दे।