मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल को मेट्रोपॉलिटन एरिया के रूप में विकसित करने के लिए पश्चिम में आगरा-मुंबई रोड और विदिशा, रायसेन व सीहोर तक आवागमन का नेटवर्क विकसित करते हुए कार्य योजना बनाई जाए।
भोपाल में बीएचईएल की जमीन का उपयोग 50-50 मॉडल पर शहर के विकास और बीएचईएल के हित में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भोपाल में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर असंतोष व्यक्त करते हुए इस पर नियंत्रण के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोमवार को भोपाल में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान अफसरों से कहा कि भोपाल के समृद्ध अतीत को शहर की प्लानिंग का भाग बनाते हुए भोजपुर जाने वाले मार्ग पर राजभोज की स्मृति में तथा उज्जैन की ओर जाने वाले मार्ग पर सम्राट विक्रमादित्य को समर्पित द्वार बनाया जाएगा। इन दोनों द्वारों के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन जल्दी ही किया जाएगा।
प्लानिंग में शामिल हो जन-प्रतिनिधियों के सुझाव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में आवागमन के लिए सड़क परिवहन के साधनों तथा मैट्रो सुविधा का परस्पर लिंकेज स्थापित करते हुए समग्रता में प्लान क्रियान्वित किया जाए। सड़क मार्गों की प्लानिंग में जन-प्रतिनिधियों के सुझावों को अवश्य शामिल किया जाए।
शहर के नियोजन में सैटेलाइट सर्वे का उपयोग करते हुए अवैध बसाहटों के निर्माण पर भी नजर रखी जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल शहर में ऊंचे भवनों के निर्माण की अनुमति के संबंध में कहा कि इस संबंध में जो नियम प्रदेश में लागू हैं, भोपाल में भी उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
झुग्गी निर्माण पर मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के उद्देश्य से विकसित आवासीय सुविधाएं किराये पर नहीं जाएं, यह तय करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अवैध कालोनियों और झुग्गियों के निर्माण के संबंध में सतर्क रहें, संबंधित क्षेत्र में इस प्रकार की गतिविधियां होने पर उस क्षेत्र के राजस्व और नगर निगम अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे।
बीएचईएल की जमीन का उचित प्रबंधन करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बीएचईएल क्षेत्र के भूमि प्रबंधन के संबंध में त्वरित कार्यवाही करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल के सभी शासकीय भवनों पर प्राथमिकता से सोलर पैनल लगाने के निर्देश दिए। सीएम को बताया गया कि बीएचईएल की भूमि का उपयोग 50-50 मॉडल पर शहर के विकास तथा बीएचईएल के हित में करने के संबंध में भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय तथा प्रदेश के नगरीय प्रशासन विभाग के मध्य सैद्धांतिक सहमति हुई है।
कानून व्यवस्था पर ध्यान दें अफसर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल जिले में असामाजिक तत्वों के कारनामों पर भी असंतोष जताया। ऐसे हालातों पर नियंत्रण के निर्देश देते हुए उन्होंने प्रभावी पुलिस व्यवस्था स्थापित करने और बेहतर यातायात व्यवस्था लागू करते हुए स्मार्ट पुलिसिंग का उदाहरण प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
मेट्रो प्रोग्रेस की भी जानकारी दी
बैठक में जानकारी दी गई कि भोपाल में एम्स से करोंद चौराहा और भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा मार्ग के दो कॉरिडोर पर मेट्रो कार्य प्रगति पर है।
बैठक में बताया गया कि अचारपुरा क्षेत्र में उद्योगों की निरंतर मांग के दृष्टिगत ग्राम हज्जामपुरा की 31.21 हेक्टेयर भूमि पर 32.29 करोड़ रुपए लागत से औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। इसी प्रकार कोलार क्षेत्र के ग्राम सतगढ़ी में 69.91 हेक्टेयर भूमि पर रेडीमेड गारमेंट हौजरी पार्क विकसित करने की योजना है।