नीमच - बांछडा समुदाय की बालिकाओं, महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सभी को पूरी लगन एवं मानवीय आधार पर विशेष कार्य करना होगें।
बांछड़ा समुदाय की महिलाओं के विकास के लिये उन्हे रोजगार प्रदान करने एवं उचित मार्गदर्शन देने, शासकीय विभागों की योजनाओं का लाभ उन तक पहुचाने का कार्य करना होगा।
समाज की बालिकाओं, महिलाओं को उचित मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान कर, समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मैत्रीपूर्ण माहौल में कार्य करे।
यह विचार संयुक्त कलेक्टर डॉ.ममता खेडे,ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं योजना अन्तर्गत बांछडा समुदाय के उत्थान के लिये संचालित ‘‘पंख अभियान’’ के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित बांछडां समुदाय बाहुल्य ग्रामों में जन सहायता एवं रोजगार परामर्श केन्द्रों के संचालन के संबंध में जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
कार्यशाला के प्रारम्भ में जिला कार्यक्रम अधिकारी,अंकिता पंडया, ने बांछडां समुदाय बाहुल्य ग्रामों में जन सहायता एवं रोजगार परामर्श केन्द्र संचालन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया, कि जिले में 26 बांछड़ा समुदाय बाहुल्य ग्रामों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम सचिव के सहयोग से जन सहायता केन्द्र का संचालन किया जावेगा। जिसमें बांछडा समुदाय के प्रत्येक हितग्राही की जानकारी संकलित की जावेगी तथा उन्हे आवश्यकतानुसार रोजगार मार्गदर्शन एवं शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदान की जावेगी।
कार्यशाला में आदिम जाति कल्याण सहायक संचालक एस.एस.सिसोदिया, सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों ने भी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी देकर उनका लाभ लेने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यशाला का संचालन अधीक्षक सुभाष गवई ने किया और संदीप दिखित ने आभार माना।