KHABAR : CRPF के सीटीसी कैंप में गणेश चतुर्थी के अवसर पर कार्मिकों के परिवार की महिलाओं के द्वारा गणेश प्रतिमा बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, पढ़े MP44 की खबर

MP44 NEWS August 26, 2025, 5:40 pm Technology

सी०टी०सी० नीमच कैम्प परिसर में दिनांक 25 अगस्त 2025 को गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान, के०रि०पु०बल नीमच स्थित मेंस क्लब में संस्थान में पदस्थ कार्मिकों के परिवार की महिलाओं के द्वारा गणेश प्रतिमा बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। जैसा कि विदित है कि यह पर्व हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और इसे भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। भगवान गणेश को "विघ्नहर्ता" कहा जाता है, यानी जो हमारे जीवन के सभी विघ्नों को दूर करते हैं वे बुद्धि, विवेक, ज्ञान और सभी कार्य शुभारंभ के देवता हैं। किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत हम श्री गणेशाय नमः कहकर ही आरम्भ करते हैं। उनका बड़ा मस्तक ज्ञान का प्रतीक है, बडे कान सुनने की शक्ति का और छोटी आँखें एकाग्रता का प्रतीक है। गणेश चतुर्थी केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक समृद्धि और जनजागृति का भी प्रतीक है। इसी कड़ी में केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान, के०रि०पु०बल, नीमच (म०प्र०) के मेंस क्लब में संस्थान के महिलाओं के बीच गणेश प्रतीमा बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि रजनी दत्ता पत्नी संदीप दत्ता, महानिरीक्षक-सह-प्राचार्य, सी०टी०सी० के०रि०पु०बल नीमच एवं अन्य अधिकारी महिलाओं ने इस अवसर पर भाग लिया। मुख्य अतिथि महोदया ने इस असवर पर बताया कि आज की परिस्थिति में हम सभी की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम गणेश चतुर्थी को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाएँ, हमेशा मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का उपयोग करें, प्लास्टर ऑफ पेरिस से दूरी बनाए, प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें, गणेश विसर्जन कृत्रिम टैकों या घरेलू तरीकों से किया जाना चाहिए, इस प्रकार हम पर्यावरण की रक्षा करते हुए श्रद्धा और भक्ति के साथ उत्सव को सफल बना सकते है। इस उत्सव की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह हमें सामूहिक रूप से एकजुट होकर मनाने की प्रेरणा देता है। जब एक ही स्थान पर भी धर्म, जाति आयु और वर्ग के लोग मिलकर पुजा-अर्चना करते है। सांस्कृतिक कार्यकमों में भाग लेते हैं तो यह दृश्य भारतीय एकता का उदाहरण बन जाता है। अंत में मैं यही प्रार्थना करती हूँ कि भगवान श्री गणेश आप सभी के जीवन में बुद्धि, विवेक, सुख, समृद्धि और शांति का संचार करें, हमसब मिलकर यह संकल्प ले कि हर वर्ष हम यह उत्सव और भी श्रद्धा, संयम और सजगता से मनाएगे । धन्यवाद, जय हिन्द

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