हादसों का कारण बन रहे सड़कों के गड्ढे, तो उड़ती धूल कर रही है लोगों को बीमार नीमच। बारिश थमने के बाद शहर में उधड़ चुकी सड़के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। हालात यह है कि शहर की इस विकराल समस्या पर नगरपालिका के जिम्मेदारों को कोई ध्यान नहीं है। खराब हो चुकी सड़कों पर एक तरफ बड़े-बड़े गड्ढे हादसे का कारण बन रहे हैं, तो उड़ते धूल के गुबार से लोग बीमार हो रहे हैं। शहर की इस विकराल समस्या को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राकेश अहीर ने प्रेसनोट के माध्यम से उठाया है। उन्होंने कहा कि बारिश थमने के बाद एक तरफ मौसमी बीमारियों ने लोगों को परेशान कर रखा है, तो दूसरी तरफ शहर की सभी प्रमुख सड़के धूल के गुबार उड़ा रही है, जो लोगों को बीमार कर रही है। अहीर ने कहा कि शहर की सड़कों पर उड़ती धूल ने नागरिकों की परेशानी बढ़ा दी है। शहर के मुख्य मार्गों से लेकर अंदरूनी सड़कों तक, धूल की परतें लोगों के आवागमन को मुश्किल बना रही हैं। वाहनों की रफ्तार के साथ यह धूल हवा में उड़कर न केवल वाहन चालकों की आंखों और सांसों में परेशानी पैदा कर रही है, बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी बड़ा संकट बनी हुई है। आलम यह है कि घर से नहा धोकर निकला व्यक्ति पूरी तरह से धूल में सनकर वापस नहाने धोने के लायक हो जाता है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अहीर ने कहा कि धूल उड़ने की समस्या केवल असुविधा ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य पर भी विपरित असर डाल रही है। इससे श्वसन रोग और एलर्जी की समस्या लोगों को होती है। लगातार धूल में रहने से दमा, एलर्जी और आंखों में संक्रमण जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही है। हर महीने लाखों रुपये सफाई पर खर्च, पर कोई मतलब नहीं- ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अहीर ने कहा की प्रमुख सड़क टैगोर मार्ग इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। डिवाइडरों के दोनों ओर धूल की मोटी परत जमी हुई है, जो जरा सी हवा या वाहनों के गुजरते ही उड़ने लगती है। यही स्थिति अन्य मुख्य मार्गों पर भी देखने को मिलती है। हैरानी की बात यह है कि नगरपालिका हर महीने लाखों रुपए सफाई पर खर्च कर रही है। इसके बावजूद नतीजा यह है कि नागरिकों को धूल से राहत नहीं मिल रही है। अहीर ने कहा कि बारिश खत्म होने के बाद सड़क किनारों पर जमा मिट्टी और धूल सूखकर परत बन गई है, जिसे हटाने की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं दिख रही। इधर नपा नीमच की हालात यह हो गई है कि बारिश थमने के बाद सड़कों पर पेंचवर्क तक नहीं हो रहे हैं। हालात यह है कि सभी प्रमुख मार्गों पर गड्ढे हादसों के कारण बन रहे हैं।