नीमच - जिले में शेष रहे किसानों की फार्मर रजिस्ट्री और आधार आरओआर का शतप्रतिशत कार्य इसी सप्ताह पूर्ण करवाए। इस कार्य में पटवारी के साथ ही कोटवार, पंचायत सचिव, का भी सहयोग लिया जाए। सभी एसडीएम फार्मर रजिस्ट्री और आरओआर कार्य की प्रतिदिन समीक्षा करें और अत्यंत कम प्रगति वाले पटवारियों के विरूद्ध कार्यवाही करें। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में समय-सीमा पत्रों के निराकरण की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में एसडीएम नीमच, जावद एवं मनासा को दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में सीएम हेल्पलाईन में दर्ज शिकायतों के निराकरण की विभागवार प्रगति की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा, कि इस माह सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में जिले के राजस्व अमले, पुलिस विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने बेहतर कार्य कर, प्रदेश में अपनी रैंक में काफी अच्छा सुधार किया है। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन शिकायतों के निराकरण में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी मनासा की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश भी दिए। उन्होने नगरीय निकायों की सीएम हेल्पलाईन शिकायतों के निराकरण की अपेक्षित प्रगति नहीं पाए जाने पर सभी नगरीय निकायों को शिकायतों के निराकरण का प्रतिशत बढ़ाने और इस माह प्राप्त शिकायतों का अभी से संतुष्टीपूर्वक निराकरण करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन में आशातीत प्रगति लाने पर राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन एवं पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को बधाई भी दी।
आर.टी.ओ.ओव्हरलोड वाहनों के विरूद्ध सख्त कार्यावाही करें- कलेक्टर
बैठक में जिला परिवहन विभाग द्वारा सिंगोली क्षेत्र एवं जिले में ओव्हरलोड वाहनों के विरूद्ध की जा रही जॉंच एवं चालानी कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा करते हुए आर.टी.ओ.को निर्देश दिए, कि ओव्हरलोड वाहनो के विरूद्ध जॉच एवं चालानी कार्यवाही निरंतर जारी रहे और समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर ओव्हरलोड वाहनों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
उपार्जन केंद्रों पर बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित हो
बैठक में कलेक्टर ने जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए, कि राजस्व अधिकारी उपार्जन केंद्रों का समय-समय पर निरीक्षण कर, उपार्जन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
उपार्जित गेहूं का वेयर हाउस में भण्डारण नियमित रूप से होता रहे, वेयर हाउस, एक्सेप्टेंस रसीद नियमित रूप से अविलंब जारी हो और किसानों को समय पर भुगतान हो। बैठक में बताया गया, कि जिले में अब तक 250 किसानों से 1600 मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। 812 किसान गेहूं उपार्जन के लिए स्लॉट बुक करवा चुके है। 917 टन गेहूं का परिवहन कर, वेयर हाउस में भण्डारण किया जा चुका है। 771 मैट्रीक टन गेहूं के एक्सेप्टेंस नोट वेयर हाउस द्वारा जारी किए जा चुके है। अब तक उपार्जित गेंहूं का 2 करोड़ 51 लाख के भुगतान के लिए ईपीओ जारी हो गए है। उपार्जन कार्य में वर्तमान में कोई समस्या नहीं हैं।
बैठक में कलेक्टर ने केच फिशिंग कार्य के लिए जिले के उपयुक्त तालाबों का प्रस्ताव तैयार कर, भिजवाने के निर्देश भी सहायक संचालक मत्स्य को दिए। साथ ही जिले की गौशालाओ में सौलर प्लांट स्थापित करने के प्रस्ताव एवं स्टीमेट तैयार कर, प्रस्तुत करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।