नीमच। मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद पता चला है कि मंदसौर नीमच जिले में सबसे ज्यादा 32 सवाल पूछकर विधायक दिलीपसिंह परिहार सबसे आगे रहे। विधायक परिहार ने याचिका, ध्यानाकर्षण, शून्यकाल एवं बजट पर विभिन्न विभागों की चर्चा में भी शहर एवं प्रदेश स्तर की बात विधानसभा में रखी। प्रदेश की जनता विधायकों को सदन में इसलिए भेजती है ताकि वह उनके मुद्दे सरकार के सामने उठाए। हाल ही में समाप्त हुए म.प्र.विधानसभा के बजट सत्र में प्रदेश के 31 विधायक ऐसे रहे, जिन्होंने लोकतंत्र के मंदिर में कोई सवाल नहीं पूछा। इनमें से लगभग 15 ऐसे हैं, जिन्होनें किसी चर्चा में भाग नहीं लिया। न ही निजी बिल लाए। जबकि क्षेत्र की समस्या को उठाने और उसे सरकार के ध्यान में लाने के लिए विधानसभा ही सबसे अच्छा मंच होता है। इनमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक भी शामिल हैं, उधर कई विधायकों ने ताबडतोड सवाल दागे। हालांकि कई विधायक ऐसे भी हैं जिन्होंने औसतन 30 सवाल पूछे। सर्वाधिक 1215 पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, नगरीय विकास एवं आवास, स्कूल शिक्षा, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, गृह, लोक निर्माण से सम्बंधित सवाल विधायकों ने पूछे। बता दें कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 10 मार्च से प्रारंभ हुआ था, जो 24 मार्च तक चला। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह तोमर ने कुल 9 बैठकें आयोजित कराई थीं, जहां सत्र में भाजपा विधायकों ने भी अपनी ही सरकार से जमकर सवाल किए थे।