KHABAR: एमपी की मंत्री के खिलाफ जांच बैठाई, जलजीवन मिशन में 1 हजार करोड़ की रिश्वत की शिकायत, चीफ इंजीनियर ने 7 दिन में रिपोर्ट मांगी, पढ़े खबर

MP 44 NEWS June 30, 2025, 2:30 pm Technology

भोपाल - मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के प्रमुख अभियंता (ईएनसी) कार्यालय ने विभाग की मंत्री के खिलाफ ही जांच बैठा दी है। यह जांच प्रधानमंत्री से की गई शिकायत और केंद्र सरकार द्वारा मांगी गई रिपोर्ट के बाद बैठाई गई है। प्रमुख अभियंता कार्यालय ने सभी मुख्य अभियंता पीएचई और परियोजना निदेशक मप्र जल निगम को इस मामले में पत्र लिखकर सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। प्रमुख अभियंता संजय अंधवान इस मामले में कुछ कहने से बच रहे हैं। प्रमुख अभियंता कार्यालय ने जांच के निर्देश में साफ कहा है कि भारत सरकार ने राज्य के जल जीवन मिशन को दिए 30 हजार करोड़ के खर्च की जांच करने को कहा है। साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री और उनके लिए पैसा एकत्र करने वाले कार्यपालन यंत्री मंडला की संपत्तियों की जांच के निर्देश दिए हैं। इसलिए जांच अधिकारी सात दिन में रिपोर्ट पेश करें, ताकि शासन को इससे अवगत कराया जा सके। संयुक्त क्रांति पार्टी के समरीते ने की शिकायत यह शिकायत पूर्व विधायक और संयुक्त क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किशोर समरीते ने की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से 12 अप्रेल 2025 को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि एमपी में जल जीवन मिशन के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 30 हजार करोड़ में मंत्री संपतिया उइके ने एक हजार करोड़ रुपए कमीशन लिया है। शिकायत में पूर्व ईएनसी बीके सोनगरिया पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने अपने एकाउंटेंट महेंद्र खरे से कमीशन लिया है। यह राशि 2000 करोड़ है। इसी तरह पीआईयू, जल निगम के डायरेक्टर जनरल और अभियंताओं ने एक-एक हजार करोड़ का कमीशन लिया है। बैतूल के कार्यपालन यंत्री ने 150 करोड़ रुपए बिना काम कराए ही शासन के खाते से निकाल लिए हैं। यही स्थिति छिंदवाड़ा और बालाघाट की है। मुख्य अभियंता मैकेनिकल द्वारा 2200 टेंडरों पर कार्य नहीं कराया गया और राशि का आहरण कर लिया। समरीते ने आरोप लगाया है कि सात हजार काम की पूर्णता के फर्जी प्रमाण पत्र भी एमपी से केंद्र सरकार को भेजे गए हैं, जिसकी सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए। यह घोटाला देश के बड़े घोटालों में निकलकर आएगा। कार्यपालन यंत्रियों के जरिये वसूली-समरीते समरीते से इस मामले में दैनिक भास्कर ने बात की तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से शिकायत की है जिसके बाद जांच के निर्देश जारी हुए हैं। उन्होंने मंत्री संपतिया उइके पर कार्यपालन यंत्रियों के माध्यम से कमीशन लेने की बात कही गई है। इसके लिए राजगढ़ में पदस्थ रहे कार्यपालन यंत्री जो अब बैतूल आ गए हैं, उन्हें और मंडला के कार्यपालन यंत्री को मंत्री के लिए वसूली करने वाला बताया है। मंत्री से संपर्क नहीं, प्रमुख अभियंता बोले समझ रहा हूं प्रमुख अभियंता कार्यालय द्वारा मंत्री के खिलाफ जांच के लिए मुख्य अभियंताओं और परियोजना निदेशक जल जीवन मिशन को पत्र लिखने के मामले में जब दैनिक भास्कर ने प्रमुख अभियंता संजय अंधवान से बात की, तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा है कि वे इस मामले को समझ रहे हैं। जब उनके द्वारा जांच के लिए पत्र लिखने के बारे में पूछा गया तो भी यही कहा कि वे पूरा मामला अभी समझ रहे हैं। वही मंत्री संपतिया उइके से कई बार बात करने के लिए संपर्क किया गया पर वे उपलब्ध नहीं हुईं।

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