भोपाल -
गुजरात के सूरत में रविवार को आयोजित निवेशक संवाद कार्यक्रम में मप्र को 15,710 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इससे करीब 11,250 रोजगार मिलने का दावा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में उद्योगपतियों से सीधे संवाद में कहा- ‘मप्र के पन्ना से निकले हीरे को सूरत में तराशा जाता है।
इसी तरह, भले ही मप्र कॉटन कैपिटल है, लेकिन साड़ी और कपड़ा उद्योग का संचालन सूरत से होता है। अब हम चाहते हैं कि गुजरात की औद्योगिक ताकत मप्र की संभावनाओं से जुड़े।’ सीएम ने 18 से अधिक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की।
एमपी में काम कर चुके उद्यमियों ने साझा किए अनुभव
कार्यक्रम में मप्र में पहले से उद्योग स्थापित कर चुके कई प्रमुख उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए। इनमें रामप्रकाश बेरिया, फाउंडर, मिलेनियम बेबी केयर, चिंतन ठाकर, ग्रुप प्रेसिडेंट, वेलस्पन वर्ल्ड, जिगेश भाई मेहता, डायरेक्टर, टोरेंट पावर, गोविंदभाई धोलकिया, चेयरमैन, एसआरके ग्रुप आदि शामिल थे। सभी ने मप्र में उद्योग स्थापित करने के अनुभव को सकारात्मक बताया और निवेश के लिए राज्य की नीतियों की सराहना की।
नवकरणीय ऊर्जा में सबसे ज्यादा रुचि
मप्र को टेक्निकल टेक्सटाइल, रिन्यूएबल एनर्जी, पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव मिले।
बड़े प्रस्ताव... {डिटॉक्स कॉर्पोरेशन प्रा. लि. : पर्यावरण क्षेत्र में 7,500 करोड़ रु.। {केपी ग्रुप : नवीकरण ऊर्जा क्षेत्र में 6,500 करोड़।
अहमदाबाद में खुलेगा एमपीआईडीसी का सेंटर
सीएम ने अहमदाबाद में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीआईडीसी) का नया दफ्तर खोलने की घोषणा की। इससे गुजरात के निवेशकों को मप्र में निवेश से जुड़ी सभी जानकारी उनके ही राज्य में मिल सकेगी।
फायदा क्या? {एमपीआईडीसी ने पिछले वर्ष कोयंबटूर (तमिलनाडु) में पहला दफ्तर खोला था। इसके बाद दो कंपनियों ने मप्र में जमीन भी ले ली है। अन्य के साथ बातचीत चल रही है।
{जल्द कोलकाता और लुधियाना में भी कार्यालय खोलने की तैयारी है।