भोपाल -
मध्यप्रदेश में बीजेपी का अध्यक्ष कौन होगा ये आज तय हो जाएगा। मंगलवार शाम 4:30 बजे से भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। बीजेपी के प्रदेश चुनाव अधिकारी विवेक शेजवलकर और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में नॉमिनेशन फॉर्म दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद नॉमिनेशन फॉर्म की स्क्रूटनी और नाम वापसी होगी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल हैं। हेमंत खंडेलवाल, डॉ. मोहन यादव की पसंद बताए जाते हैं। बाकी बड़े नेता भी उनके नाम पर राजी हैं।
आदिवासी नेताओं में गजेंद्र-दुर्गादास में रेस
मप्र में करीब 22 फीसदी आदिवासी हैं। प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए विधानसभा की 47 सीटें आरक्षित हैं। आदिवासी वर्ग की बड़ी आबादी को देखते हुए ट्राइबल प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर मंथन चल रहा है। आदिवासी नेताओं में खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उईके, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, विधायक कुंवर सिंह टेकाम के नामों पर चर्चा हो चुकी है। फिलहाल गजेंद्र और दुर्गादास के बीच प्रदेश अध्यक्ष की रेस तेज है। महिला उम्मीदवारों में सागर सांसद लता वानखेड़े का नाम भी आगे बढ़ाया गया है।
5 बजे तक तस्वीर होगी साफ, कौन होगा अध्यक्ष
शाम 4:30 बजे से नामांकन भरना शुरू हो जाएंगे। हालांकि, इस बात की संभावना कम है कि एक से ज्यादा नेता नामांकन दाखिल करें। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से नामांकन के वक्त अनौपचारिक तौर पर सूचना आ सकती है। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का नामांकन दाखिल होगा। यानी शाम 5 बजे तक ये साफ हो जाएगा कि प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा। रात 8:30 बजे नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट चस्पा हो जाएगी।
379 मतदाता करेंगे प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष का चुनाव
बीजेपी के 379 मतदाता मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में हिस्सा लेंगे। जारी सूची में 4 सांसद और 17 विधायक भी शामिल हैं। सांसदों में मौजूद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार खटीक का नाम है।
विधायक प्रतिनिधियों में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ला, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, विजय शाह, तुलसी सिलावट, एदल सिंह कंसाना, अजय बिश्नोई, संपतिया उईके, ओमप्रकाश सकलेचा, संजय पाठक, भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, नारायण सिंह कुशवाहा, मालिनी गौड़ शामिल हैं।
आज शाम भोपाल आएंगे चुनाव अधिकारी धर्मेंद्र प्रधान
बीजेपी के प्रदेश चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मंगलवार शाम 4 बजे भोपाल पहुंचेंगे। इसके बाद प्रदेश कार्यालय में संगठन चुनाव के अधिकारी विवेक शेजवलकर और धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में उम्मीदवार 4.30 बजे से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
19 राज्यों के चुनावों के बाद होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
अब तक बीजेपी के करीब 14 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। शुक्रवार 27 जून को बीजेपी ने तीन राज्यों के चुनाव अधिकारियों के नामों का ऐलान किया है। बीजेपी ने महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू, उत्तराखंड में केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा और पश्चिम बंगाल में रविशंकर प्रसाद को अपना प्रदेश चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है। 19 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा।
एमपी समेत इन राज्यों में होना है चुनाव
मध्यप्रदेश के साथ उत्तरप्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तराखंड जैसे राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है। जबकि असम, सिक्किम, बिहार, अरुणाचल, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गोवा, केरल, लक्ष्यद्वीप, मेघालय, नागालैंड, राजस्थान और जम्मू कश्मीर में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा हो चुकी है।
क्या है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुनने की पूरी प्रक्रिया
पूरी प्रक्रिया कैसी होगी? : 1 जुलाई को शाम 4.30 से 6.30 बजे तक नामांकन। शाम 7:30 बजे तक इनकी जांच और रात 8:30 बजे तक नाम वापसी। अंतिम सूची रात 8:30 बजे आएगी। एक से अधिक नाम आए तो 2 जुलाई को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक वोटिंग होगी। 2 बजे के बाद मतगणना होगी। अंत में राष्ट्रीय परिषद के 44 सदस्यों का चुनाव होगा। यही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में मतदाता बनते हैं।
वोटिंग हुई तो मतदान का अधिकार किसे? : जिला प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि और सांसद प्रतिनिधि मिलकर प्रदेशाध्यक्ष चुनते हैं। इसे राज्य निर्वाचक मंडल कहते हैं, जिसमें 379 पार्टी प्रतिनिधि होते हैं।
ये प्रतिनिधि कैसे तय होते हैं? : अभी इसमें सीएम डॉ. मोहन यादव, दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला समेत 17 विधायक और 3 सांसद हैं। जिलाप्रतिनिधियों का चुनाव जिलाध्यक्ष चुनाव के दौरान संगठन करता है। वहीं कुल सांसद और विधायकों की संख्या में से 10-10% प्रतिनिधि चुने जाते हैं। इनका चयन पार्टी संगठन करता है।
क्या हर बार वोटिंग होती है? : नहीं, आखिरी बार मतदान 2000 में हुआ था। तब पार्टी हाईकमान ने विक्रम वर्मा को उम्मीदवार बनाया, पर शिवराज सिंह चौहान ने उनके खिलाफ नामांकन दाखिल कर दिया। तब मतदान हुआ और वर्मा को जीत मिली थी। इसके बाद 2002 से 2024 तक सभी प्रदेशाध्यक्ष केंद्रीय नेतृत्व की पसंद से निर्विरोध चुने गए।