नीमच - कलेक्टर हिमांशु चन्दा के निर्देशानुसार जिले के के.सी.सी. धारको के लिए पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा दुधारू पशुपालको के लिए पशु पालन के.सी.सी. प्रकरण तैयार कर बैंकों में प्रस्तुत करने हेतु सघन अभियान संचालित किया जा रहा है।
उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ.राजेश पाटीदार ने बताया, कि यह अभियान 8 जुलाई 2025 से प्रारंभ होकर एक अगस्त 2025 तक चलाया जायेगा। अभियान में पशुपालन विभाग का अमला, उज्जैन दुग्ध संघ के सचिव तथा गौसेवक मैत्री घर-घर पात्र पशुपालकों के के.सी.सी. प्रकरण तैयार कर, बैंको को स्वीकृति हेतु प्रस्तुत करेगें।
इस अभियान के दौरान पशुपालक के दुधारू पशुओं का सत्यापन कर कान में टैग लगाया जायेगा। डॉ. पाटीदार ने पशुपालकों से अनुरोध किया है कि फॉर्म भरने के दौरान के.सी.सी. धारक के भूमि सम्बन्धी दस्तावेज, के.सी.सी. खाते की छायाप्रति, आधार कार्ड या वोटर आई डी. की फोटो कॉपी, दो पासपोर्ट आकार के फोटो तथा दो गारण्टर के आधार कार्ड की स्वप्रमाणित फोटो कॉपी अवश्य उपलब्ध कराएं।
इस अभियान के लिए 7 जुलाई को स्वर्णकार समाज धर्मशाला नीमच में मैदानी अमले को पी.पी.टी. के माध्यम से अतिरिक्त उपसंचालक डॉ.ए.आर.धाकड़ ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में दो सौ प्रतिभागियों को मैदानी कार्य हेतु किट वित्तरित किये गये। किट में दस्तावेजों को वर्षा ऋतु में सुरक्षित रखने हेतु बैग, परिचय-पत्र, ड्यूटी आदेश, आवंटित ग्रामों की सूची तथा के.सी.सी. धारकों की संख्या के साथ-साथ ग्रामवार के.सी.सी.धारकों की मय मोबाईल नम्बर सूचियों तथा पर्याप्त संख्या में के.सी.सी.के फॉर्म प्रदान किए गए।
डॉ.पाटीदार ने बताया, कि मैदानी अमला प्रति सप्ताह जितने फॉर्म भरेगें उन्हें मय सूची के साथ प्रति शुक्रवार सहकारी समिति और सम्बन्धित बैंको को प्रस्तुत करते हुवे वरिष्ठ कार्यालय को संख्यात्मक जानकारी प्रेषित करेगें। 25 दिन तक संचालित होने वाले इस अभियान हेतु 25 हजार के.सी.सी. के प्रकरण तैयार कर, बैंकों को प्रस्तुत करने का लक्ष्य रखा गया हैं।
प्रशिक्षण में जिले के सभी पशु चिकित्सा अधिकारी, सहकारी बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक आर.पी.नागदा, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, उज्जैन दुग्ध संघ के सचिव एवं सुपरवाईजर, गौसेवक मैत्री आदि उपस्थित थे।