नीमच - किसान बन्धु उन्नत खेती के साथ गोपालन से दुध उत्पादन कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। मध्यप्रदेश शासन पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही हैं। इन योजनाओं का पशुपालक लाभ ले सकते हैं। विधायक परिहार ने कहा, कि सहकारी समितियों के माध्यम से दुधारू पशुओं के लिए कार्यशील पूंजी के रूप में ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। अतः सभी पशुपालक के.सी.सी. योजना का लाभ लें। यह बात विधायक नीमच दिलीपसिह परिहार ने भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में कही।
जिला पंचायत कृषि स्थायी समिति की सभापति मनीषा धाकड़ ने कहा, कि पशु चिकित्सा विभाग द्वारा घर पहुँच पशु चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही है। अतः पशुपालक 1962 पर फोन लगाकर सेवा का लाभ ले सकते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख डॉ.सी.पी.पचौरी ने कहा, कि उन्नत कृषि तथा जैविक कृषि तभी सम्भव होगी, जब किसान पशुपालन को अपनाएगें। उपसंचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग नीमच डॉ.राजेश पाटीदार ने विभागीय योजनाओं पर प्रकाश डाला।
पुरस्कार वितरण में प्रथम पुरुस्कार 51 हजार रूपये का भगत वैरागी ग्राम टोलखेड़ी, द्वित्तीय पुरस्कार 21 हजार रूपये का ईमरान बेग नीमच तथा तृतीय पुरुस्कार 11 हजार रूपये का अंगुरबाला बेनीवाल ग्राम केशरपुरा जावद को दिया गया।
इस अवसर पर किशोर दास बैरागी, विश्वास पाटीदार, दारासिंह, पशु चिकित्सा विभाग का अमला, प्रगतिशील पशुपालक, डेयरी सचिव एवं सुपरवाइजर तथा गौसेवक एवं मैत्री उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.गर्विता रूनवाल ने किया तथा आभार डॉ.ए.आर.धाकड़ ने व्यक्त किया।