KHABAR : पोते की चाह में पोती की हत्या, दादी ने जेठ के बेटे को साथ मिलाया, 10 महीने की बच्ची को मुंह-नाक दबाकर मारा, पढ़े खबर

MP 44 NEWS May 9, 2023, 6:41 pm Technology

लड़के की चाह में दादी ने अपनी ही 10 महीने की पोती को जान से मार डाला था। इसमें जेठ के बेटे ने साथ दिया। पुलिस ने सख्ती से जांच की तो ये चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। दादी और सहयोगी जेठ के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला चित्तौड़गढ़ शहर से 80 किलोमीटर दूर निकुंभ इलाके का है। शव छत पर पानी की टंकी में डाला SP राजन दुष्यंत ने बताया कि निकुम्भ थाना क्षेत्र के आलाखेड़ी गांव में सात महीने पहले 10 महीने की एक बच्ची मिस्टी उर्फ मधु का शव मिला था। बच्ची की दादी लीला मेनारिया (60) पत्नी भंवरलाल मेनारिया ने ही मिस्टी के मुंह-नाक पर हाथ रखकर उसकी सांस रोक दी थी। पलभर में ही उसकी मौत हो गई थी। हत्या के बाद बच्ची के शव को छत पर रखी पानी की टंकी में डाल दिया था। लीला ने सबूत मिटाने के लिए अपने ही जेठ के बेटे अर्जुन (42) पुत्र सोहन लाल को अपने साथ मिला लिया था। गोपनीय तरीके से हुई जांच निकुंभ के थाना अधिकारी यशवंत सिंह सोलंकी ने बताया कि पिछले साल 29 अक्टूबर को सूचना मिली थी कि एक बच्ची किडनैप हो गई है, जिसकी तलाश की जा रही थी। उसके घर पर भी तलाशी ली गई तो बच्ची का शव घर की छत पर बनी टंकी में मिला। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर हत्यारों की तलाश की जा रही थी। संदेह शुरू से परिवार पर ही जा रहा था। बार-बार पूछताछ के बाद भी सही जानकारी सामने नहीं आ रही थी। मामले की पूरी तरह जांच करने पर बच्ची की दादी लीला और ताऊ अर्जुन की हकीकत सामने आई। दोनों को डिटेन कर पूछताछ की गई। दोनों ने स्वीकार कर लिया कि इन्होंने ने ही बच्ची को मारा है। दादी और ताऊ ने मिलकर रचा था षड्यंत्र लीला मेनारिया के बेटे राजेश मेनारिया की तीन लड़कियां हैं। मिस्टी राजेश मेनारिया की तीसरी बेटी थी। तीन लड़कियों का होना लीला मेनारिया को खटकता था। पोते की चाह में उसने मिस्टी के मुंह पर हाथ रखकर उसका दम घोंट दिया। इसके बाद उसका शव छत पर रखी पानी की टंकी में डाल दिया। फिर यह बात उसने अर्जुन मेनारिया को बताई और सबूत मिटाने की बात कही। इस पर अर्जुन मेनारिया ने लीला मेनारिया का साथ दिया। फिर दोनों ने झूठी खबर फैला दी कि बच्ची को कोई किडनैप कर ले गया। शक कचरा चुनने वालों पर जताया। पुलिस ने तुरंत पूरे जिले में नाकाबंदी कर हर तरफ मिस्टी की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने जब घर पर तलाश किया तो बच्ची की लाश मिली। अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला भी ताऊ अर्जुन ने ही दर्ज करवाया था। नारको टेस्ट के लिए भी राजी नहीं हुई थी महिला मिस्टी (मृतक) का पिता राजेश मेनारिया दुबई में हलवाई का काम करता था। घटना वाले दिन मां कविता मेनारिया पास के ही खेत में काम करने गई थी। जाने से पहले वह मिस्टी को सुला कर गई थी। शक हो जाने के बावजूद भी पुलिस लीला मेनारिया तक नहीं पहुंच पाई। पुलिस को भी इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कोई भी सच बोलने को राजी नहीं था और कोई ना कोई इमोशनल एंगल लाकर दोनों आरोपी बचते रहे। ऐसे में पुलिस ने कोर्ट में एप्लीकेशन भी डाली थी कि लीला मेनारिया का नारको टेस्ट हो जाए। लीला ने इससे इनकार कर दिया। ऐसे में पुलिस का शक और गहरा गया।

Related Post

window.OneSignal = window.OneSignal || []; OneSignal.push(function() { OneSignal.init({ appId: "6f6216f2-3608-4988-b216-8d496a752a67", }); });