नीमच - कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा ने बुधवार को जावद क्षेत्र के भ्रमण दौरान रतनगढ़ के समीपस्थ ग्राम बधावा में प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनवाड़ी केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीसरी में जाकर, अध्यापन कार्य एवं छात्र, छात्राओं की उपस्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तीसरी कक्षा में दो छात्राओं से क्रमश: 17 एवं 19 का पहाड़ा पूछकर, उनके शैक्षणिक स्तर को परखा, साथ ही कक्षा चौथी में उपस्थित छात्र अनमोल एवं प्रियंका से गुणा एवं भाग के सवाल ब्लेक बोर्ड पर हल करवाकर, उनके शैक्षणिक स्तर का जायजा लिया। प्रियंका व अनमोल द्वारा गणित के सवाल हल करने पर कलेक्टर ने सराहना की। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज बच्चों की संख्या, उपस्थित बच्चों की संख्या, आंगनवाड़ी में उपलब्ध अर्ली लर्निंग कीट एवं टी.वी. स्क्रीन की व्यवस्था, बच्चों के लिए फर्नीचर एवं खेल सामग्री की उपलब्धता की जानकारी भी ली। कलेक्टर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से चर्चा कर, आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज बच्चों में से सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से आंगनवाड़ी में बच्चों को प्रदान किए जाने वाले नाश्ते एवं भोजन की व्यवस्था के बारे में भी पूछा। साथ ही आंगनवाड़ी के सभी बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण की जानकारी भी ली। बधावा में कृषक सुविधा केंद्र (सी.एच.सी.) का किया निरीक्षण – कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा ने ग्राम बधावा में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटर शेड) के तहत ग्राम बधावा में स्थापित किए गए कस्टम हायरिंग सेंटर (सी.एच.सी.) का निरीक्षण कर, एफ.पी.ओ. का गठन और सदस्य संख्या की जानकारी ली। उन्होंने एफ.पी.ओ. के सदस्यों से चर्चा कर, सी.एच.सी. सेंटर में क्षेत्र के किसानों की मांग अनुसार कृषि उपकरण यंत्र, खाद, बीज एवं मुंगफली की ग्रेडिंग, क्लीनिंग एवं प्रोसेसिंग के उपकरण स्थापित करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने ग्राम बधावा में जल जीवन मिशन द्वारा सी.सी. रोड़ एवं सड़कों के रेस्ट्रोरेशन कार्य का भी गांव की गलियों में मौके पर अवलोकन कर, रेस्ट्रोरेशन कार्य की गुणवत्ता का जायजा लिया। कलेक्टर ने वाटरशेड परियोजना के तहत ग्राम बधावा में ग्राम पंचायत के पास 6.32 लाख की लागत से मियावाकी पद्धति से किए गए पौधा रोपण कार्य का भी अवलोकन किया। ग्रामीणों ने कलेक्टर से गांव में विद्युत ट्रांसफार्मर जल जाने से ट्रांसफार्मर की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया। साथ ही मुंगफली से ऑईल निकालने के लिए सी.एच.सी. में मशीनें स्थापित करवाने का आग्रह भी किया।