नीमच - जिले के सभी सेक्टर मेडिकल आफीसर एवं शासकीय चिकित्सक तथा पैरामेडिकल स्टाफ अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही निवास करें। सभी स्वास्थ्य संस्थाएं नियमित रूप से खुली रहे और आमजनों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो। इस कार्य में कोई लापरवाही ना करें। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मातृ मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों टीकाकरण, क्षय नियंत्रण, अधंत्व निवारण, परिवार कल्याण, कुष्ठ नियंत्रण, मलेरिया नियंत्रण, गैर संचारी रोग नियंत्रण एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया,कि समस्त स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शतप्रतिशत उपलब्धी हांसिल करें। कलेक्टर ने भारत सरकार द्वारा संचालित सांस अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया, कि मैदानी अमला निरंतर फिल्ड में भ्रमण करें तथा 5 वर्ष तक के बच्चों में संभावित निमोनिया के लक्षण चिन्हित कर, उच्च संस्था को रेफर करें। उन्होने निर्देशित किया, कि प्रत्येक गर्भवती महिला का गर्भावस्था के प्रथम त्रैमास में पंजीयन सुनिश्चित हो तथा उसे 4 बार चिकित्सक से सलाह प्राप्त हो, साथ ही सुरक्षित प्रसव एवं जननी सुरक्षा की राशि का समय पर भुगतान सुनिश्चित हो। बैठक में कलेक्टर ने टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया, कि टीकाकरण सत्र स्थल पर ड्यू लिस्ट अनिवार्यत: उपलब्ध रहे अन्यथा सख्त कार्यवाही की जावेगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अरविंद डामोर, पीओ डूडा चंद्रसिह धार्वे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र पाटील, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ.रितेश बजाज, सभी नोडल अधिकारी सहित सभी बीएमओ, शासकीय चिकित्सक, सेक्टर मेडिकल आफिसर आदि उपस्थित थे।