यदि हमें स्वस्थ रहना है और अनावश्यक खर्च से बचना है तो अपनी कालोनी के आस-पास के 20-25 घरों में प्रत्येक में 5-5 औषधीय पौधे अवश्य लगाएं | यह बात महामण्डलेश्वर सुरेशानंद जी शास्त्री गुरूजी ने आरोग्य भारती जिला नीमच की बैठक में कही | उन्होंने कहा कि अपने घर आंगन में या गमले में यदि हम औषधीय पौधे लगाएंगे व उनसे होने वाले उपचार के बारे में जानकारी रखेंगे तो हम घर में ही साधारण बीमारियों का उपचार कर स्वस्थ रह सकेंगे | बैठक के प्रारम्भ में आरोग्य भारती मालवा प्रान्त के अध्यक्ष डॉ.विष्णु सेन कछावा ने उपस्थित सदस्यों व सामान्य जनों को आरोग्य भारती के उद्देश्यों और कार्यों से परिचित कराया | चिकित्सक डॉ.स्वप्निल वधवा ने आपात स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा कैसे की जाए इसकी जानकारी दी | साथ ही अचानक बेहोशी की स्थिति में सीपीआर के माध्यम से कैसे प्राण रक्षा की जा सकती है इसका प्रशिक्षण भी दिया | आरोग्य भारती जिला नीमच के अध्यक्ष अजय भटनागर ने गुरूजी से अनुरोध किया कि अब दादीमाँ के औषधीय बटुए तो रहे नहीं इसलिए आप औषधीय पौधों और रसोई के मसालों के चिकित्सकीय उपयोग सम्बन्धी अपना बटुआ जरुर बनाएं | निपानिया स्थित धन्वन्तरी पीठम आश्रम पर गुरूजी के निर्देशन में की जा रही पंचकर्म चिकित्सा के बारे में बताते हुए वैद्य गोलुसिंह जादोन ने कहा कि आश्रम पर की जा रही पंचकर्म चिकित्सा में आश्रम में बनी औषधियों के उपयोग से मरीजों को त्वरित लाभ हुआ है | इस चिकित्सा के व्यापक प्रचार की आवश्यकता है | एम डी आयुर्वेद की विद्यार्थी रोचन सोनटक्के ने पंचकर्म हतु औषधियों के निर्माण हेतु आवश्यक उपकरण उपब्ध कराने हेतु आरोग्य भारती से सहयोग देने की अपील की | नीमच के वैद्य राजकुमार मालानी ने बिना टाँके लगाए घावों को अच्छा करने के अपने अनुभवों को बताया | ओमप्रकाश चौधरी ने निपानिया स्थित धनवंतरी पीठम में कार्य कर रहे वैद्यों के माध्यम से आस पास के गाँवों में चिकित्सा शिविर लगाने हेतु आरोग्य भारती से योजना बनाने का अनुरोध किया | बैठक के में यह भी तय किया गया कि आगामी वर्षा काल में स्मशान के पास के बगीचे और निपानिया आश्रम के आस पास की भूमि पर औषधीय पौधे लगाए जायेंगे | बैठक के अंत में आभार आरोग्य भारती के सचिव डॉ. आशीष सोनी ने व्यक्त किया | बैठक में अनील डबकरा ,बाबूलाल गौड़ , संगीता जारोली ,अम्बिका प्रसाद जोशी , एडवोकेट अशोक श्रीवास्तव ,पुष्पलता श्रीवास्तव , नवनीत शर्मा ,सहित बड़ी संख्या में गुरूजी परिवार के सदस्य व वैद्य गण उपस्थित थे |