आलोट -
आलोट और विक्रमगढ़ के बीच स्थित रेलवे फाटक गेट 21 पर रोजाना शाम को वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। यह फाटक 50 से अधिक गांवों के लिए आलोट शहर का मुख्य मार्ग है।
विक्रमगढ़ निवासी मनीष व्यास के अनुसार, यह रेलवे फाटक बरखेड़ाकला, सीतामऊ, मंदसौर, आलोट, बड़ौद, महिदपुर, उज्जैन, नागेश्वर, उन्हेल और चौमहला क्षेत्रों को जोड़ता है। फाटक बंद होने पर न केवल आम लोग परेशान होते हैं, बल्कि एंबुलेंस और दमकल जैसी आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित होती हैं।
समाधान के लिए हम पूर्व मे आलोट और विक्रमगड़ को बंद कर विरोध भी कर चुके हैं, हमने ब्रिज निर्माण के लिए रेल मंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया था। लेकिन एक महीना बीत गया अभी तक सुनवाई नहीं हुई। अब हम बड़े जन आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
24 सालों से ओवरब्रिज की मांग की जा रही है। साल 2016-17 में इसकी स्वीकृति मिली। यह प्रोजेक्ट रेलवे की पिंक बुक में वित्तीय वर्ष 2017 से 2024 तक शामिल रहा। लेकिन अभी तक टेंडर जारी नहीं हुआ है।
उज्जैन-आलोट सांसद अनिल फिरोजिया ने आश्वासन दिया है कि वे रेल मंत्री से चर्चा कर टेंडर जारी करवाएंगे।