गरोठ -
मंदसौर जिले के शामगढ़ में 108 एम्बुलेंस की टक्कर से 50 साल के शख्स की मौत हो गई। घटना शनिवार रात 8:30 से 9 बजे की है। मृतक की पहचान नारायण सिंह के रूप में हुई। वह आकली दीवान गांव के सरपंच का भानजा था।
बताया जा रहा है कि टक्कर मारने के बाद एंबुलेंस के ड्राइवर ने घायल नारायण सिंह को एम्बुलेंस में डाला, लेकिन शामगढ़ में डिंपल चौराहे पर नारायण सिंह चलती एंबुलेंस से गिरते हुए नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों ने घायल को देखा और दूसरी एम्बुलेंस बुलाई। नारायण सिंह को पहले स्थानीय सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मंदसौर रेफर किया गया। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
हालांकि अभी यह सवाल बना हुआ है कि नारायण सिंह को एंबुलेंस से फेंका गया है या वे उसमें से कूद गए। परिवार ने एंबुलेंस कर्मचारियों पर उन्हें फेंकने का आरोप लगाया है। शामगढ़ थाना प्रभारी मनोज महाजन ने बताया कि मामले में हर एंगल से जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई जारी है।
वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि वह एंबुलेंस में अकेला था। हादसा होने से घबरा गया था। घायल को जब वह एंबुलेंस से अस्पताल ले जा रहा था तो मरीज ने बताया कि अस्पताल तो पीछे निकल गया। मैंने उनसे कहा- आगे से टर्न लेकर चलते हैं, लेकिन इस बीच वे खिड़की तोड़कर बाहर कूद गए।
झालावाड़ से शामगढ़ के गांव आए थे नारायण सिंह
नारायण सिंह, झालावाड़ (राजस्थान) के रहने वाले थे। वे किसी काम से शामगढ़ थाना क्षेत्र के आंकली दीवान गांव आए थे। शनिवार रात वह बाइक से वापस गांव लौट रहे थे, उसी दौरान बरखेड़ा राठौर गांव के पास 108 एम्बुलेंस CG 04 NT 9412 ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गए।
एम्बुलेंस अस्पताल से एक किमी आगे निकल जाती
एम्बुलेंस चालक घायल अवस्था में नारायण सिंह को लेकर शामगढ़ अस्पताल के लिए निकला, लेकिन एम्बुलेंस अस्पताल से लगभग एक किलोमीटर आगे निकल जाती है। पहले तो एम्बुलेंस की खिड़की टूट कर बाहर गिरती है, जिसके बाद डिम्पल चौराहे के पास घायल अवस्था में एंबुलेंस में सवार नारायण सिंह भी एम्बुलेंस से बाहर गिर जाते हैं।
कुछ देर बाद दूसरी एंबुलेंस मौके पर पहुंचती है और नारायण सिंह को गंभीर अवस्था में शामगढ़ के अस्पताल ले जाया जाता है, लेकिन डॉक्टर उन्हें मृत घोषित कर देते हैं। सूचना के बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंचती है सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाते हैं। इसके बाद एम्बुलेंस को शामगढ़ स्थित तन्वी होटल के पास से जब्त किया जाता है।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि एम्बुलेंस चालक ने जानबूझकर नारायण सिंह को एम्बुलेंस से बाहर फेंका है। टीआई मनोज महाजन ने बताया कि मामले की जांच जारी है। मृतक का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
कुर्ते की जेब से शराब का क्वॉर्टर मिला
प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक नारायण सिंह का चेहरा पूरा लहूलुहान था। उन्होंने धोती–कुर्ता पहन रखा था। कुर्ते की जेब में से शराब का क्वॉर्टर भी था जो कि दुर्घटना में फूट गया। जेब में सिर्फ कांच ही रह गए थे। हो सकता है बाइक सवार शराब के नशे में हो और वह स्वयं एम्बुलेंस से कूदा हो। हालांकि शराब के सेवन वाली बात पोस्टमॉर्टम में क्लियर हो पाएगी।