भाजपा में उम्मीदवार तय होने के बाद देर शाम कांग्रेस ने एक साथ 40 वार्डो के अधिकृत प्रत्याशी की लिस्ट जारी की। जिसका असर यह हुआ की भाजपा के बाद अब कांग्रेस में भी बगावत की चिंगारी शोला बनकर भड़क रही है। जिसमे पहला नाम युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष मनीष सोनकर का है। मनीष सोनकर अपने भाई राकेश सोनकर को वार्ड नम्बर 15 से टिकिट न मिलने से खफा है। और महज 12 घंटे में कांग्रेस को फैसला बदलने की चेतावनी दी अन्यथा पार्टी छोड़ने का अल्टीमेटम दे दिया। गौरतलब है की मनीष सोनकर के पिता मदनलाल सोनकर और पुत्र कई दशकों से कांग्रेस पार्टी की रीति नीति और विचारधारा से जुड़े है। जिसके चलते अनदेखी होने से आक्रोश पनप रहा है। अब देखना यह है की इन बगावती तेवरों से कांग्रेस किस तरह निपटती है।