नीमच | कलेक्टर हिमांशु चन्द्रा के निर्देशानुसार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग का जन्मजात रोगों से ग्रसित बच्चों के उपचार हेतु गहन सर्वे कर उपचार करवाने के निर्देशों के परिपालन में दिए। सर्वे में 86 बच्चे उपचार एवं फालोअप हेतु चिन्हित किये गये। जिनका विकासखण्ड स्तर पर शिविर लगाकर जांच एवं उपचार किया गया। इनमें से गंभीर बिमारियों से ग्रसित बच्चों के उपचार हेतु बुधवार को डीईआईसी जिला चिकित्सालय नीमच में शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 32 बच्चों का उपचार किया गया। शिविर में कटे होंट फटे तालू के लिये भोपाल लाहोटी हॉस्पिटल से डॉ. चंचल एवं दल उपस्थित हुआ और 11 बच्चों की जांच एवं फालोअप किया गया। तीन बच्चों को तत्काल सर्जरी हेतु वाहन से भोपाल रवाना किया गया। हदय रोग के चार बच्चों को और न्युरल ट्यूब डिफेक्ट के एक बच्चे को हायर सेन्टर निःशुल्क उपचार हेतु रेफर किया गया । इस शिविर में जिला महिला बाल विकास अधिकारी अंकिता पंड्या एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर के खघोत के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय एवं मेडीकल कालेज के चिकित्सकों , आर.बी.एस.के. टीम डॉ.स्वाती जैन, डॉ. मिलिन्द रावल, डॉ. सुरभि साहू, डॉ. रजनी खांगर, डॉ. सीमा पाटीदार, डॉ. सुनिल पाटीदार, रीना नरवरिया, किरण मुलासिया एवं दिनेश मालवीय प्रबंधक आर.बी.एस.के. व टीम ने सेवाएं दी। इन समस्त बच्चों का आरबीएसके अन्तर्गत निःशुल्क उपचार किया जावेगा।