सर्वे:- कांग्रेस - भाजपा सहित चार न्यूज एजेंसियों की टीम पहुंच चुकी नीमच, नंदू पटेल ने उमरावसिंह गुर्जर और तरूण बाहेती के बीच खींच दी बड़ी लकीर, दोनो दावेदारो की बड़ी धड़कन, लोकसभा का भी हो रहा सर्वे, नीमच मंदसौर में कांग्रेस के इस चेहरें को लोकसभा के लिए किया जा रहा पसंद, तबरेज़ अगवान की रिपोर्टः-

तबरेज़ अगवान May 19, 2023, 8:35 pm Technology

कांग्रेस - भाजपा के बड़े नेता भोपाल से लेकर दिल्ली तक मध्यप्रदेश में सप्ताह दर सप्ताह सर्वे करवाया जा रहा है। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के पास चुनौतियां है तो कांग्रेस के पास अवसर है। दोनो ही राजनीतिक दल कोई भी गलतियां दोहराने के मूड में नही है। नीमच में बीतें 18 दिनों से एक के बाद कई सर्वे एजेंसियां नीमच में दस्तक दे रही है। गांव - गली, कस्बों, मोहल्लों से लेकर नीमच की तीनों कृषि मंडियों में किसानो से लेकर व्यापारियो तक से बातचीत की जा रही है। सर्वे करने आ रही टीम के सदस्य अपने मोबाइल नंबर शेयर नही कर रहे है। इसके साथ ही सदस्यों का संबंध मध्यप्रदेश से दूर-दूर तक नही है। सुत्रों की माने तो जनवरी 2023 यानि विधानसभा चुनावी साल लगते ही बीते 05 माह में 11 सर्वे हो चुके है। जो भाजपा - कांग्रेस संगठन से जुड़े है। इसके साथ ही न्यूज एजेंसियो के 07 सर्वे हो चुके है। जिसमें एबीपी न्यूज, सी वोटर, दैनिक भास्कर सहित अन्य सर्वे टीम भी शामिल है। नीमच विधानसभा में पहुंची सर्वे टीम:- नीमच विधानसभा में बीते पांच माह से जब सर्वे किया जा रहा था। तब नीमच में दो प्रमुख नाम वरिष्ठ नेता उमरावसिंह गुर्जर और कांग्रेस नेता तरूण बाहेती का था लेकिन पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह के दौरे के बाद तेजी से पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल का नाम चल उठा है। सर्वे टीम ने नीमच विधानसभा में पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल का नाम शामिल किया है। नीमच विधानसभा ही नही बल्कि तीनो नेताओ की अपनी अलग लाइन अपनी अलग राजनीति करने का तरिका है। कांग्रेस नेता उमरावसिंह गुर्जर दबे-कुचले लोगो और किसानो की राजनीति करते है। गांव-गांव में वर्चस्व आज भी स्थापित है। नीमच विधानसभा में कई गांव और बूथ ऐसे भी है। जहां उमरावसिंह गुर्जर नाम से कांग्रेस को फायदा होता दिख रहा है। इसके साथ ही बदलती विचारधारा,युवा सोच, बागी का ठप्पा, आपसी गुट और जोड़तोड़ की खुली राजनीति और दबंगई के आरोप भी सामने आ रहे है। जो कहीं उमरावसिंह गुर्जर को मायनस कर रहा है। उमरावसिंह गुर्जर कमलनाथ के समर्थक माने जाते है। युवा नेता तरूण बाहेती ने जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद पूरी विधानसभा में अपना जाल बिछा दिया। कांग्रेस में अभी नीमच विधानसभा की सक्रियता से राजनीति कर रहे है। कहने को तरूण बाहेती आरएसएस और हिंदुत्व के घोर विरोधी दिग्विजयसिंह समर्थक माने जाते है लेकिन बाहेती नीमच में कांग्रेसियो से हटकर सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति करते है। नीमच का महाजन वोटर भी बाहेती को पसंद करता है। कई युवाओ और कांग्रेसियो का मानना है की भाजपा वोटरो में तरूण बाहेती सेंधमारी कर सकता है। वैसे बाहेती मुद्दो की राजनीति करते है लेकिन सर्वे में किसानो की जमीनो के विवाद और सूदखोरी के मामले सामने आ रहे है जो कहीं तरूण बाहेती के लिए अच्छी खबर नही है। पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल का नाम इन दिनो तेजी से चला है। जिसका मुख्य कारण हाईकमान से बेहतर तालमेल और स्वच्छ और स्वस्थ्य राजनीति है। नंदु पटेल ने अविभाजित नीमच विधानसभा के लिए कई कार्य किए सिंचाई योजनाओ को लेकर किसानो के बीच नंदकिषोर पटेल का दबदबा कायम है। कई क्षेत्रों में पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल का नाम सामने आ रहा है। नंदकिशोर पटेल पर सर्वे में निष्क्रियता और कांग्रेसी मुद्दो पर चुप्पी एक मायनस मार्क्स का काम रही है। अब बात करते है लोकसभा सर्वे कीः- नीमच मंदसौर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के पास सांसद उम्मीदवार के लिए कोई बड़ा प्रभावी चेहरा नही है। संसदीय क्षेत्र के लिए सर्वे में पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा, पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन का नाम लिया जा रहा है। इन सभी उम्मीदवारो का कहीं प्रभाव कहीं निष्क्रियता दर्ज हो रही है। एमपी 44 के अगले एपिसोड में आपको भाजपा दावेदारो की स्थिति और जावद - मनासा में हुए सर्वे का आंकड़ा प्रमुखता से दिखाया जाएगा। आप बने रहे एमपी 44 न्यूज के साथ

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