शातिर साइबर ठग ने अपने आप को धार विधायक का पीए बताकर एक साथ दो लोगो के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देकर लाखों रुपए की चपत लगा दी। इंदौर की एक फर्म को टेंडर दिलवाने के नाम रुपए डालने को कहा। उज्जैन में कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे युवक के दो बैंक खातों का उपयोग कर आरोपी ने 80 हजार का गोल्ड खरीदकर बाकी के रुपए अलग अलग फर्म के खाते में डलवा कर रफूचक्कर हो गया, फरियादी को घटना पता तब चला जब वो अपने खाते से रुपए निकलवाने गया तो खाता सीज मिला।
धार विधायक का पीए बताने वाले आरोपी ने ठगी का ऐसा खेल खेला की उसकी बातों में आकर उज्जैन के युवक सन्नी प्रजापत ने अपने दो बैंक खाते से रुपए मंगवाकर अन्य खातों सहित एक ज्वेलर्स के खाते में डाल दिए। पूरा मामला उज्जैन के अंकपात क्षेत्र में एक ऑनलाइन दुकान पर काम करने वाला सन्नी प्रजापत पुलिस एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्र के साथ हुआ है।
प्रगति नगर में रहने वाले सन्नी ने बताया कि में कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा हूँ और पार्ट टाइम में अपने परिचित की ऑनलाइन की दुकान पर बैठता हूँ। 26 / 01/ 2024 को एक अज्ञात व्यक्ति जिसका मोबाइल नंबर 9111204412 हे हमारी दुकान पर आया और बोला की मेरा खाता बंद हे मेरा परिचित बीमार हे तो मुझे अपनी कंपनी से कुछ धनराशी मंगवाना हे आप मुझे नगद दे देना। इसके बाद मेने उसे मेरे फोन बैंक ऑफ बड़ोदा का QR कोड दे दिया फिर थोड़ी देर बाद वापस आया और बोला की आपके इस बैंक QR कोड पर पैसे डल नहीं रहे हे
आप मुझे दूसरी बैंक का QR कोड दे दो तो मेने काम की व्यस्तता में उसे IDBI बैंक का QR कोड दे दिया जब अगले दिन उसके द्वारा मेरा बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते क्रमांक 05050100023568 उज्जैन क्षीर सागर बांच में 39980 रूपये आये एवं IDBI बैंक बाँच फ्रीगंज के खाते क्रमांक 0088104000326865 में दिनांक 27-01-2024 को मेरे खाते में 34230 हजार ,34830हजार ,30000 हजार रुपए UPI के माध्यम से आये। इसके बाद आरोपी का फोन आया की मेरा पेमेंट आपके खाते में आया है में जो नंबर भेज रहा हु आप इस नंबर पर ट्रांसफर कर दो। जो मेरे द्वारा उसके द्वारा दिए गए QR कोड पर 51000 रूपये मनीष नागर को,17360 रूपये नारायण दास बासवानी को , 30000 एवं 39280 रूपये नवपद ज्वेलर्स पटनी बाजार उज्जैन को UPI के माध्यम से मेरे द्वारा QR कोड पर डाल दिए गए।
ऐसे पता चला ठगी का -
सन्नी ने उसके खाते में आए सभी रुपए आरोपी द्वारा बताए गए खातों में डालने के दो दिन बाद जब बुधवार सुबह वह बैंक ऑफ़ बड़ौदा में 11 हजार निकालने पहुंचा तो पता चला की खाता तो सीज कर दिया है उसमे से 11192 रुपए निकालकर 27787 रुपए मायनस में चढ़ गए है। यह देख सन्नी का दिमाग ठनका और उसे समझ आ गया की साइबर ठगी का शिकार हुआ। जिसके बाद उसने आरोपी युवक को फोन लगाया लेकिन उसका मोबाइल नंबर बंद था।
ज्वेलर्स के यहाँ से मिला आरोपी का फुटेज -
सन्नी ने बताया कि घटना का पता चलते ही हमने उसके द्वारा बताई गई कम्पनी पाटीदार एग्रीक्लचर इंजीनियरिंग वर्क्स राऊ का फोन नंबर खोजा, वहां बात हुई तो पता चला की पाटीदार के संचालक को आरोपी ने करीब डेढ़ लाख रुपए का चुना लगाया है और जो राशि सन्नी के खाते में आई थी वो पाटीदार एग्रीकल्चर वालो से ही विधायक के पीए बनकर डलवाई थी।
राऊ की फर्म से रुपए उज्जैन के छात्र के खाते में डलवाए -
हालांकि पुरे मामले में राऊ के पाटीदार एग्रीक्लचर इंजीनियरिंग वर्क्स के कमल डिंगू ने अपने साथ हुई घटना के बाद इंदौर के साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद सन्नी के खाते में गए रुपए को लेकर उसके आइडीबीआई और बैंक ऑफ़ बड़ोदा बैंक के खाते सीज कर दिए गए। पुरे मामले में फरियादी सन्नी प्रजापत ने उज्जैन जीवाजीगंज थाना और साइबर सेल उज्जैन को लिखित शिकायत दर्ज करवाई है।