नीमच। लगातार बारिश से खरीफ की फसल नष्ट हो गई है। खेतों में पानी भरा होने से फसल में सड़न शुरू हो गई और फलियां फट चुकी है। किसानों को प्राकृतिक आपदा के इस मौके पर फसल बीमा योजना का लाभ मिलना चिाहये। साथ ही शासन को बैंकों के ऋण भुगतान में मदद के लिए राहत देनी चाहिये। यह मांग जनपद पंचायत नीमच अध्यक्ष शारदा बाई - मदनलाल धनगर एवं सभापति कृषि समिति जनपद नीमच प्रहलाद भट्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कृषि मंत्री कमल पटेल को पत्र लिख कर की है। पत्र में कहा गया है कि चारदिनों से लगातार हुई असमय वर्षा से क्षेत्र में खरीफ की फसल नष्ट हो गई है। संपूर्ण जनपद नीमच के क्षेत्र में खेतों में कटी फसलों में 70 प्रतिशत से अधिक नुकसानहो चुका है। वहीं खेतों में खड़ी फसलों में भी अंकुरण होने से बीज खराब हो गया है। जिले का किसान पूर्ण रूप से खेती पर निर्भर है। खेती यहां किसानों के साथ ही मजदूर वर्ग की भी आजीविका का आधार है। उन्होने शासन से प्रति हेक्टेयर औसतन 50 हजार रुपये किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की। साथ ही क्षेत्र के किसानों से आग्रह किया हैकि बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर सूचना देकर पंजीयन अवश्य कराएं। फसल नुकसानी होनेपर बीमा कंपनी को 72 घंटे के भीतर सूचना देने का प्रावधान है। इस कारण किसान भाई फसलनुकसानी की निर्धारित प्रक्रिया का भी पालन करें, ताकि कोई भीशासन की योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे।