चित्तौड़गढ़। दुष्कर्म के एक पुराने मामले में फरार वारंटी को गिरफ्तार करने पहुंची गंगरार थाना पुलिस पर आरोपी और उसके परिवार ने चाकू से हमला कर दिया। इसके बाद उन्होंने लाठी, सरिया और पत्थर से भी हमला किया, जिसमें गंगरार थाने के दो कॉन्स्टेबल घायल हो गए। फिर भी पुलिस आरोपी और उसकी पत्नी को पकड़ कर थाने लाई, जहां महिला द्वारा कांच तोड़ने पर थानाधिकारी भी घायल हो गए। तीनों को इलाज के लिए गंगरार हॉस्पिटल ले जाया गया। हमले के बावजूद पकड़ में आ गए आरोपी डेढ़ साल पहले दर्ज हुए दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी चांदपोल, गंगरार निवासी इमरान फरार चल रहा था। उसके नाम से वारंटी भी निकाली गई। उसके घर होने की सूचना गंगरार थाना पुलिस को मिली थी, जिस पर गंगरार थाना पुलिस मंगलवार सुबह करीब 8 बजे ने आरोपी के घर पर दबिश दी। साथ में पुलिस का जाब्ता भी मौजूद था। लेकिन उनमें से दो कांस्टेबल धर्मपाल और भीमाराम ही आरोपी की घर की तरफ गए। इमरान और उसके परिवार ने पहले तो चाकू से हमला कर दिया। उसके बाद फिर भी पुलिस ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की तो आरोपी और आरोपी के परिवार ने मिलकर पत्थर, सरिया और लाठी से हमला कर दिया। मौके पर मौजूद अन्य जाब्ता भी पहुंचा और बीच बचाव करते हुए इमरान और उसकी पत्नी को पकड़ कर लाई। दंपति को गिरफ्तार कर थाने में लाने के बाद थाना अधिकारी शिवलाल मीणा ने दोनों को अपने चेंबर में बुलाया। इस दौरान आरोपी की पत्नी ने चेंबर में जाकर हंगामा किया और वहां पर मौजूद कांच की टेबल तोड़ दी, जिसकी कांच थानाधिकारी शिवलाल मीणा के वहां पर मौजूद टेबल पर रखा हुआ कांच तोड़ दिया जिससे थानाधिकारी शिवलाल मीणा के पांव में लग गई और वो घायल हो गए। थानाधिकारी सहित दोनों कॉन्स्टेबल को गंगरार हॉस्पिटल लेकर गए। थानाधिकारी शिवलाल मीणा के पांव में, धर्मपाल के पेट, कोहनी पर और भीमाराम के कंधे पर चोट लगी है। फिलहाल सभी घायल पूरी तरह स्वस्थ ठीक है। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई।