नीमच। आम आदमी पार्टी सदस्य बाल चंद्र वर्मा जिला अध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के समर्थन में मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह को सौंपा।
जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान भारतीय जनता पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य डॉ सत्यनारायण जटिया से जान का खतरा होने बताया और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया गया कि बालचंद वर्मा निवासी विकास नगर द्वारा लोक सभा निर्वाचन हेतु उज्जैन लोकसभा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई सीट पर अनुसूचित जाति का व्यक्ति ही चुनाव लड़ सकता है।
पर उज्जैन लोकसभा सीट पर अनुसूचित जाति के सदस्य ना होते हुए डॉ सत्यनारायण जटिया ने उज्जैन लोकसभा चुनाव लड़ा और फर्जी अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र के आधार पर लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए।
इस फर्जी जाति प्रमाण पत्र की जांच करवाए जाने के लिए जिलाधीश उज्जैन को सूचना के अधिकार के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत किए गए हैं जिसमें जानकारी प्रदान नहीं की जा रही है।
ज्ञापन में बताया गया कि डॉ सत्यनारायण पिता नाथूलाल जटिया तथा उनके भाई हरिओम पिता नाथूलाल जटिया की भूमि उनके मूल निवास स्थान जावद में है, जिसमें डॉ सत्यनारायण जटिया की जाति जटिया स्पष्ट रूप से अंकित की गई है। बावजूद उसके उज्जैन कलेक्टर द्वारा सूचना के अधिकार का आवेदन निरस्त कर दिया गया।
उपरोक्त मामले को लेकर उज्जैन के भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता द्वारा फोन किया गया कि उज्जैन आकर जटिया जी से मिलो नहीं तो वह लोग नीमच आकर मिलेंगे। फोन 14 अक्टूबर को आया था उपरोक्त फोन के चलते बालचंद वर्मा जिलाअध्यक्ष अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ आम आदमी भयभीत है और उन्हें अंदेशा है कि भविष्य में उनके साथ किसी भी प्रकार की घटना घटित हो सकती है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि बालचंद वर्मा व उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने उपरोक्त मामले में दस्तावेजों की प्रतिलिपि भी ज्ञापन के साथ उपलब्ध कराई है।