BIG_NEWS : 15 दिन पहले अपना तबादला रुकवाने वाले मंदसौर के आयकर अधिकारी रामगोपाल प्रजापति 5 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, भोपाल सीबीआई टीम ने उद्योगपति की शिकायत पर की कार्यवाही, पढ़े खबर

MP 44 NEWS November 23, 2022, 11:16 am Technology

मंदसौर। 5 लाख रुपए रिश्वत लेते समय मंदसौर के आयकर अधिकारी रामगोपाल प्रजापति को भोपाल सीबीआई टीम ने मंगलवार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई सुवासरा के रहने वाले उद्योगपति की शिकायत पर हुई। रिश्वत की मांग 2 साल में भरे इनकम टैक्स को आधार बनाकर की जा रही थी। आयकर अधिकारी अगस्त में ही स्थानांतरण के बाद मंदसौर पदस्थ हुए थे। इसके बाद से लगातार शिकायतों के चलते नवंबर में विभाग ने उनका भोपाल तबादला किया था। इसे आयकर सलाहकार संघ के सहयोग से 15 दिन पहले ही उन्होंने रुकवाया था। इन्हें बुधवार को सीबीआई कोर्ट भोपाल में पेश किया जाएगा। सुवासरा निवासी संदीप मेहता मुंबई स्थित कोमल इंडस्ट्रीज केलिनो स्विचेज के संचालक हैं। उन्होेंने 18 नवंबर को सीबीआई भोपाल में शिकायत की। बताया कि उनकी इंडस्ट्री महाराष्ट्र में है लेकिन टैक्स का आकलन मंदसौर कार्यालय में होता है। वे 2 साल से लगातार 20-20 लाख रुपए टैक्स भर रहे हैं। मंदसौर के आयकर अधिकारी प्रजापति उनसे 10 लाख रुपए रिश्वत मांग कर रहे हैं।

इसके बाद टीम ने फरियादी मेहता से दोनों के बीच बातचीत का ऑडियो मंगवाया। 20 नवंबर की शाम को मेहता के साथ टीम मंदसौर पहुंची। यहां मेहता व प्रजापति के बीच रुपयों को लेकर सेटलमेंट हुआ। बात 5 लाख रुपए में तय हुई। मंगलवार सुबह मेहता 5 लाख रुपए लेकर आयकर कार्यालय पहुंचे। जैसे ही उन्होंने प्रजापति को रुपए दिए वैसे ही टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। टीम ने आराेपी आयकर अधिकारी प्रजापति के इंदौर में अग्रवाल पब्लिक स्कूल के पास स्थित कालिंदी कुंज पिपलिया हाना स्थित निवास पर भी कार्रवाई की। टीम में एएसपी अतुल हजेला, डीएसपी दीपक पुरोहित, इंस्पेक्टर सतीश बरवाल आदि शामिल थे। ‘नकद के लिए कर रहे थे परेशान, मरने की आ गई थी नौबत’

भास्कर को मेहता ने बताया कि प्रजापति ने उन्हें इतना परेशान कर दिया था कि मरने की नौबत आ गई थी। दो माह पहले उन्होंने मेरे मिलने वाले एक व्यक्ति को फोन लगाकर मुझे किसी बड़े केस में फंसाने की धमकी दी। मैं मुंबई में रहता हूं इसलिए मैंने फाेन पर ही प्रजापति से बात की। परेशान होकर मैंने उन्हें अकाउंट में रुपए भेजने तक का बोल दिया। वे नकद लेने की जिद पर अड़े रहे। फिर मैंने मुंबई में मिलने वालों से चर्चा की। उन्होंने सीबीआई में शिकायत का कहा । प्रजापति 3 महीने पहले ही आए थे मंदसौर

जानकारी के अनुसार आयकर अधिकारी प्रजापति 5 अगस्त को स्थानांतरित होकर मंदसौर आए। इसके बाद उन्होंने लीव ली। सितंबर में फिर ज्वाइन किया। इसी दौरान वे व्यापारी मेहता को परेशान करते रहे। उन के विषय में मिल रही शिकायतों के बाद प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त भोपाल मोहनीश वर्मा ने प्रदेशभर के करीब 14 अधिकारियों व इंस्पेक्टर के स्थानांतरण किए। इसमें मंदसौर से आयकर अधिकारी प्रजापति का भोपाल व इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह का जबलपुर स्थानांतरण हुआ। प्रजापति ने स्थानीय आयकर सलाहकार संघ की मदद से यह स्थानांतरण रुकवा लिया। जानकारी के अनुसार सलाहकार संघ ने अपने पत्र में अधिकारी के बेहतर व्यवहार की सिफारिश की थी। इसके चलते उनका स्थानांतरण रोका गया। डेढ़ साल पहले ही फेस लेस हो गया है आयकर विभाग

विभाग के अनुसार डेढ़ साल पहले ही आयकर विभाग को फेस लेस कर दिया है। इसका मतलब यह है कि आयकर अधिकारी किसी करदाता से नहीं मिल सकते। असेसमेंट भी ऑनलाइन ही किया जाएगा। इतना ही नहीं पुराने असेसमेंट भी ऑनलाइन करना हैं, इसके लिए भी कमिश्नर की अनुमति लेना होगी। इतनी पाबंदी के बाद भी आयकर अधिकारी ने फरियादी मेहता से रुपयों की मांग की।

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