नीमच। भाजपा की मोदी सरकार लोकतांत्रिक नही बल्कि तानाशाही है। देश में उद्योगपतियों के वेश में बैठक गोतम अडानी और अनिल अंबानी लुटेरे है। देश में गरीबों की गाडी कमाई, महिलाओ, आदिवासियो, गरीबो, पिछड़ा का पैसा निवेश में लगाकर एसबीआई और एलआईसी को अडानी ने डुबा दिया है। अडानी पर मोदी सरकार मेहरबान है। देश से नीरव मोदी, मैहुल चौकसी, विजय माल्या, सहित दर्जनो लोग लाखो करोड़ लेकर भाग गए मोदी सरकार उन्हे पीछे से समर्थन करती रही। मप्र में कांग्रेस की सरकार आरएसएस के सर्वे में आ रही है। हमारी सरकार केंद्र में भी आएगी। जैसे ही सरकार आएंगी गरीबो का पैसा वापस दिया जाएगा। यह बात कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया ने एलआईसी चौराहे पर स्थित धरना प्रदर्शन के दौरान कहीं।
कांग्रेस ने शहर की सड़को पर अपनी नई उर्जा, नए अंदाज में दिखाई। मोदी सरकार को जमकर कोसतें है। बीच चौराहे पर प्रतिकात्मक अडानी की अर्थी बनाई। हाजी साबिर मसूदी ने मुंडन करवाया, महिलाओ ने अर्थी को कांधा दिया। और एसबीआई बैंक और एलआईसी ऑफिस पर मोदी सरकार का मातम भी किया। इसके बाद बैंक के सामने ही कांग्रेसजनों ने राष्ट्रपति के नाम नायब तहसीलदार पिंकी साठे को जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें दो सूत्रीय मांगें की गई हैं। ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा गया हैं की सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति का गठन कर इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएं, और एलआईसी तथा एसबीआई जैसी संस्थाओं पर जबरदस्ती भाजपा सरकार के दबाव से निवेश पर संसद में खुली चर्चा करने की मांग की गई हैं। इस दौरान मधु बंसल, ओम दीवान, बाबू सलीम, मुकेश कालरा, महेश वीरवाल, राकेश सोनकर, शराफत अली, मुकेश पोरवाल, अनिता घनेटवाल, रुकसाना खान, मीना कुरील, शमीदा मिर्जा, विमल शर्मा, हरगोविंद दीवान, दीपक चौधरी, हिदायतउल्लाह खान, राकेश वर्मा व नरेंद्र सिंह झाला, दीपक गहलोद, सोनूयादव, लोकेश रियार, प्रहलाद चौहान, हरीशअहीर, मुकेशअहीर, कैलाशअहीर व राजू मंडोरा सहित अन्य कई कांग्रेस के नेता व बडी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।